रुद्रपुर : दीपावली के बाद पटाखों के कारण धुएं ने दिल्ली के अंदर दिन में भी रात जैसा नजारा कर दिया। बढ़ते प्रदूषण के कारण गैर प्रदेशों से आने वाली बसों के आवागमन में नियमों का हवाला देते हुए दिल्ली परिवहन आयुक्त की तरफ से कहा गया है कि पांच वर्ष पुरानी बसों को यहां पर कतई न भेजें। साथ ही दूसरे मानकों को भी पूरा करने पर ही एंट्री दिए जाने के निर्देश जारी किए हैं। जिसके बाद रुद्रपुर रोडवेज बस स्टेशन से कुल 10 बसों का संचालन दिल्ली के लिए पूरी तरह प्रभावित हो जाएगा। नियमों को लेकर डिपो के अधिकारी बैठक कर रहे हैं।
रुद्रपुर रोडवेज बस स्टेशन से दिल्ली के लिए 15 से अधिक बसों का संचालन किया जाता है। इसमें अनुबंधित बसों की संख्या शामिल नहीं है। परिवहन निगम की जो बसें दिल्ली रूट पर चल रही हैं। उनके संचालन को लेकर दिल्ली परिवहन आयुक्त की तरफ से आए एक पत्र ने अधिकारियों की नींद उड़ा रखी है। पत्र में निर्देशों के अनुसार ऐसी बसें जो पांच वर्ष पुरानी हैं, उनको प्रदूषण के मानकों के तहत एंट्री नहीं दी जा सकती। साथ ही जो दूसरी बसें दिल्ली में प्रवेश करेंगी, उनका फिटनेस, प्रदूषण, बीमा सहित दूसरे जरूरी मानकों की जांच गंभीरता से की जाएगी। ऐसे में जो बसें भेजी जाएं, उनके मानक पूरे हों।
पत्र मिलने की बात एआरएम राकेश कुमार ने पुष्टि करते हुए कहा कि पत्र का वह अध्ययन कर रहे हैं। इसका जवाब भी मुख्यालय स्तर से भेजा जाएगा। जो बसें डिपो में पांच वर्ष पुरानी हैं, उनकी संख्या 10 है। इनका संचालन रोका जा रहा है। दूसरी जो भी बसें भेजी जाएंगी, उनके सभी जरूरी मानक व कागज पूरे होने के बाद ही दिल्ली के लिए रवानगी सुनिश्चित की जाएगी ताकि एंट्री के बाद किसी तरह की परेशान न तो यात्रियों को हो और न ही चालक या परिचालक को होने पाए।