काशीपुर। भाभी को पाने के खातिर चाचा ने ही अपने भतीजे की हत्या कर दी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि होने के बाद मृतक के पिता ने मौसेरे भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
आईटीआई थाने की दोहरी परसा कॉलोनी में पुलिस को बुधवार की शाम करीब साढ़े छह बजे एक बच्चे का शव नाले में पड़े होने की सूचना मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने प्लास्टिक के कट्टे में लिपटा हुआ डेढ़ वर्षीय बच्चे का शव बरामद कर लिया।
उसकी शिनाख्त कालोनी के ही योगेश के बेटे अर्नव उर्फ आदी के रूप में हुई। बालक की मां आरती ने अपने परिजनों को बताया था कि बुधवार शाम साढ़े चार बजे वह अपने घर की ड्योढ़ी पर अर्नव को लघुशंका करा रही थी। वह उसे दरवाजे पर छोड़कर कपड़े लेने के लिए कमरे में गई तो बच्चा वहां नहीं था।
मौसेरे चाचा को कंधे पर लादकर प्लास्टिक का एक बोरा ले जाते देखा
इस पर कालोनी के लोग अर्नव की तलाश कर रहे थे। इसी बीच किसी ने कॉलोनी में रहने वाले उसके मौसेरे चाचा को कंधे पर लादकर प्लास्टिक का एक बोरा ले जाते देखा। शक होने पर अर्नव के ताऊ लोकेश, जयपाल व अमित कुमार आदि ने आबादी से कुछ मीटर दूर नाले में जाकर देखा तो वहां प्लास्टिक का बोरा पड़ा था। मासूम का आधा शव बोरे से बाहर निकला हुआ था।
सूचना पर आईटीआई थाना प्रभारी कुलदीप सिंह, एसआई मनोज देव पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। शव को नाले से बाहर निकाला तो अर्नव की गर्दन पर नाखून के गहरे निशान पाए गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, मासूम की हत्या गला दबाकर की गई थी।
मृतक के पिता योगेश ने आईटीआई थाने में तहरीर देकर कहा कि उसके मौसेरे भाई की उसकी पत्नी पर गलत नजर थी। वह उसकी पत्नी का अपहरण करना चाहता था। उसने अपने बेटे का हवाला देकर पत्नी का पीछा छोड़ने की बात कही तो उसने बेटे को ही रास्ते से हटा दिया। पुलिस ने मौसेरे भाई के खिलाफ अपहरण कर हत्या करने और साक्ष्य छिपाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है। हत्यारोपी नाबालिग बताया जा रहा है।