मकान खरीदने का झांसा देकर चार लोगों ने एक वृद्ध से 4.60 रुपये ठग लिये। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ग्राम कनकपुर निवासी 70 वर्षीय महेंद्र सिंह पुत्र मोहब्बत सिंह ने कोर्ट में दिये प्रार्थना पत्र में कहा कि उसकी पहचान वर्ष 2013 में मूल ग्राम भराड़ी थाना, थलीसैंण जिला पौड़ी गढ़वाल आवास विकास निवासी हरीश प्रकाश पुत्र राम प्रसाद से हुई। उसने बताया कि वह आवास विकास निवासी राकेश पुत्र गुणानंद के पास रहता है। राकेश और उसके पिता गुणानंद उसके संरक्षक हैं।हरीश ने उसे अपने बड़े भाई दिल्ली निवासी दिनेश प्रकाश, नरेंद्र पुत्र महेशानंद और राकेश से मिलवाया। चारों लोग अक्सर उससे मिलने आने लगे। एक दिन चारों उसके घर आये। उन्होंने कहा कि हरीश का पौड़ी गढ़वाल वाला मकान हिल स्टेशन पर है और वहां देश-विदेश से सैलानी आते हैं और किराये पर मकान लेकर लंबे समय तक रहते हैं। कहा कि उन्हें दिल्ली में कारोबार के लिये पांच लाख रुपये की जरूरत है और मकान खरीदने की बात कही। झांसे में आकर उसने मकान का सौदा कर लिया। उसने दो लाख रुपये नकद व एक लाख रुपये का चेक हरीश के नाम से दे दिया।
आरोपितों ने गलत चौहद्दी दिखाकर एक फर्जी इकरारनामा दे दिया। उसके बाद आरोपी 47 हजार 500 रुपये और 50 हजार रुपये के चेक हरीश के नाम से ले गये। जब उसने मकान का बैनामा कराने को कहा तो आरोपित जरूरी कागजात तैयार ना होने का बहाना बनाने लगे। राकेश से बैनामा करवाने को कहने पर उसने हरीश को बुलाया और दो महीनों में कागजात तैयार कर बैनामा कराने की बात कही। इस पर उसने 62 हजार 500 रुपये और दे दिये। इसके बाद हरीश काशीपुर से चला गया और आरोपितों के फोन बंद आने लगे। जब उसने पौड़ी जाकर पता किया तो बताई गई चौहद्दी का कोई मकान नहीं मिला।