उत्तराखंड के काशीपुर में स्टोन क्रेशर स्वामी महल सिंह हत्याकांड का पुलिस ने मंगलवार को खुलासा कर दिया। स्टोन क्रशर में हिस्सेदारी को लेकर चल रहे विवाद के चलते कनाडा में रह रहे हैं एनआरआई ट्रांसपोर्टर ने इस हत्याकांड की साजिश रची थी। मामले में लोकल स्तर पर षड्यंत्र रचने वाले शूटरों को पनाह देकर रेकी करवाने वाले स्टोन क्रशर के मुंशी सहित तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से 30 बोर का एक पिस्टल, 2 खोखे और आठ कारतूस बरामद हुए हैं।
स्टोन क्रशर स्वामी महल सिंह की 13 अक्टूबर को घर में अखबार पढ़ते समय हत्या कर दी गई थी। भतीजे कर्मपाल सिंह ने कनाडा में रह रहे एनआरआई हरजीत सिंह उर्फ काले पर शक जताते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। इस हत्याकांड का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को अल्टीमेटम दिया था जिसके बाद मंगलवार को डीआईजी कुमाऊं डॉ. नीलेश आनंद भरणे, एसएसपी उधमसिंह नगर डॉ. मंजूनाथ टीसी, एसपी काशीपुर चंद्र मोहन सिंह, एसपी क्राइम अभय सिंह, सीओ वंदना वर्मा ने संयुक्त रूप से घटना का कोतवाली में खुलासा किया।
डीआईजी ने बताया कि महल सिंह का हरजीत सिंह से स्टोन क्रेशर में हिस्सेदारी को लेकर विवाद चल रहा था। हरजीत को लगता था कि उसे स्टोन क्रशर में पर्याप्त हिस्सेदारी नहीं मिल रही है। इसी दुश्मनी को लेकर उसने किराए के शूटरों के जरिए इस हत्याकांड को अंजाम दिया। घटना की साजिश स्थानीय स्तर पर गुलजारपुर गांव निवासी प्रभजोत सिंह पन्नू उर्फ प्रभजीत सिंह ने रची।