काशीपुर में शंटिंग के दौरान मालगाड़ी के इंजन के पटरी से उतरने के मामले में काशीपुर के स्टेशन मास्टर, शंटिंग मास्टर और लोको पायलट को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम भी बनाई गई है। टीम से एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी गई है।
18 जनवरी को बाजपुर रोड स्थित रेलवे क्रॉसिंग गेट नंबर 39 के पास शंटिंग के दौरान मालगाड़ी के इंजन के छह पहिए पटरी से उतर गए थे। पायलट ने इंजन को मौके पर ही रोक दिया और सूचना अधिकारियों को दी। सूचना पर रेलवे स्टेशन के अधीक्षक एसएस डुंगरियाल, आरपीएफ निरीक्षक ओपी मीणा, मैकेनिकल इंजीनियर, ऑपरेशन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे।
रात आठ बजे तक रेलवे कर्मी इंजन को पटरी पर चढ़ाने का प्रयास करते रहे। उसी रात लालकुआं से वरिष्ठ इंजीनियर (यांत्रिक), सहायक मंडल सुरक्षा अधिकारी राहत गाड़ी के साथ मौके पर पहुंचे। काफी प्रयासों के बाद इंजन को पटरी पर लाया गया।
पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल के पीआरओ राजेन्द्र सिंह ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए 19 जनवरी को मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष पंत ने लोको पायलट बृजेश कुमार, काशीपुर स्टेशन मास्टर विनोद कुमार, शंटिंग मास्टर उमा शंकर को दोषी मानते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम बनाई गई है, जिसमें एओएमजी महावीर प्रसाद, ओएनएस रजत प्रताप सिंह, एबीएसओ बीएल मीना, एडीएसटीई धनंजय सिंह को शामिल किया गया है। टीम को एक सप्ताह में रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है