शुक्रवार को हंगामे के दौरान पार्षद मोनू निषाद और पूर्व मंत्री तिलकराज बेहड़ के बेटे सौरभ बेहड़ को भी पुलिस ने पकड़ लिया था। सभी को वाहनों में बैठाते समय मोनू और सौरभ पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए। दोनों की तलाश करते हुए पुलिस ने उन्हें कुछ देर बाद पकड़ लिया। इसके बाद दोनों को कोतवाली में लाकर बैठाया गया। वहीं बाकी कार्यकर्ताओं को दो वाहनों से गदरपुर तहसील भवन पहुंचाकर नजरबंद कर दिया गया।करीब चार घंटे बाद सीएम के वापस जाने पर कांग्रेसियों को रिहा कर दिया गया। गिरफ्तार कांग्रेसियों में पूर्व मंडी समिति अध्यक्ष अरुण पांडे, पूर्व पालिकाध्यक्ष मीना शर्मा, नगर महामंत्री राजीव कामरा, पार्षद सचिन मुंजाल, दिनेश पंत, चेतन भट्ट समेत कई मौजूद थे। इधर, गदरपुर पहुंचाए गए कार्यकर्ताओं ने तहसील में प्रदर्शन किया। कहा कि वे लोग सीएम को समस्याओं से संबंधित ज्ञापन देना चाहते थे लेकिन प्रशासन ने अड़ियल रवैया दिखाते हुए उन्हें सीएम तक नहीं पहुंचने दिया।
वहीं, सीएम का रुद्रपुर के राधा स्वामी सत्संग आश्रम में विरोध करने जा रहे कांग्रेसियों को पुलिस ने टोल के पास गिरफ्तार कर लिया। जिन्हें सीएम के जाने के बाद रिहा किया गया। वहां संजीव कुमार सिंह, अरुण तनेजा, फिरदौस सलमानी, प्रवीड़ सैन, कमलेश कुमार दुबे, ब्रह्मानंद पुरोहित, संजय यादव, रमेश गंगवार, तोता राम, राजेंद्र, एनयू खान आदि थे।