रुद्रपुर। लालकुआं निवासी युवक को हनी ट्रैप में फंसाकर उससे 27 हजार ले लिए गए। इसका पता चलते ही पुलिस ने शांति विहार कालोनी रुद्रपुर में दबिश देकर एक घर से गिरोह में शामिल तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि युवकों को फंसाने का काम करने वाली दो युवती समेत तीन लोग फरार हो गए। इस दौरान पुलिस को पकड़े गए आरोपितों के पास से तीन मोबाइल, 14 हजार रुपये, उत्तराखंड पुलिस की ड्रेस और एक कार बरामद हुई। बाद में पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार तीन आरोपितों को जेल भेज दिया है। जबकि फरार आरोपितों की तलाश पुलिस ने शुरू कर दी है।
एसपी सिटी ममता बोहरा ने बताया कि लालकुआं, गोला रोड निवासी मोहम्मद यामीन ने शिकायत की थी कि 10 जून को उसके पास एक अज्ञात नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाली युवती थी और बताया कि वह रुद्रपुर से पूजा बोल रही है। बातचीत का सिलसिला बढ़ा तो दोनों के बीच दोस्ती हो गई और वे वाट्सएप पर चैट करने लगे। इस दौरान पूजा ने बताया कि वह घर में अकेली है और उसके माता-पिता नैनीताल गए हुए हैं। उसने यामीन को रुद्रपुर आने के लिए कहा। जिसके बाद मोहम्मद यामीन अपने साथी वार्ड नंबर 14 बहेड़ी, बरेली निवासी जाहिद के साथ बाइक से रुद्रपुर पहुंच गया। नैनीताल रोड स्थित विशाल मेगा मार्ट के पास पूजा उन्हें मिल गई।
एसपी सिटी ममता बोहरा ने बताया कि इसके बाद पूजा यामीन की बाइक पर बैठकर शांति विहार स्थित एक दोमंजिले मकान में ले गई। जहां पूजा उसे एक कमरे में ले गई और दरवाजे की चिटकनी बंद करने का बहाना बनाया। इसी बीच चार युवक कमरे में घुस आए और वीडियो बनाने लगे। जिसमें एक खुद को पूजा का चाचा और दूसरा मकान मालिक बता रहा था। उनके पास एक तमंचा भी था। इस दौरान वह 10 लाख रुपये की मांग करने लगे। एसपी सिटी ममता बोहरा ने बताया कि रुपये न देने पर वह वीडियो वायरल करने और पुलिस को सूचना देने की धमकी देने लगे। इसी बीच दीवान नाम का एक युवक पुलिस कर्मी बनकर आया और उसे धमकाने लगा। इससे परेशान होकर मोहम्मद यामीन उन्हें अपने लालकुआं स्थित कपड़े की दुकान में ले गया और 27 हजार रुपये दिए।
इसकी शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी। एसपी सिटी ममता बोहरा ने बताया कि जांच के बाद सीओ सिटी अमित कुमार के नेतृत्व में एसएसआई व्रपीण सिंह, एसआई प्रदीप कुमार, एसआई पंकज कुमार, एसआई मनोज जोशी पुलिस कर्मियों के साथ शांति विहार कालोनी पहुंच गए। जहां मकान स्वामी कुलविंदर सिंह पुत्र चरन सिंह, बरेली, सिरौली निवासी मोनू पुत्र धनपाल सिंह और कालाढुंगी नैनीताल निवासी दीवान सिंह पुत्र हर्ष सिंह को पुलिस ने दबोच लिया।
पूछताछ में मोहम्मद यामीन को हनी ट्रैप में फंसाने की घटना को कबूल करते हुए अपने अन्य साथियों के नाम नानकमत्ता, धूमखेड़ा निवासी बलवीर, दीपा और पूजा बताया। बाद में पुलिस ने उनके पास से एक कार, 14 हजार, उत्तराखंड पुलिस की ड्रेस और तीन मोबाइल बरामद किया। एसपी सिटी ममता बोहरा ने बताया कि गिरफ्तार तीनों आरोपितों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। फरार चल रही दो युवतियों समेत तीन आरोपितों की तलाश में पुलिस टीम जुटी हुई हैं।