विधायक के पीआरओ ने टनकपुर थाने में कथित रूप से एक दरोगा से अभद्रता की। मामला बढ़ने पर पुलिस ने पीआरओ को हवालात में डाल दिया। सूचना मिलते ही थाने में भाजपा नेताओं का जमावड़ा लग गया। बाद में पुलिस ने माफीनामे के बाद पीआरओ को छोड़ दिया। जानकारी के मुताबिक, बीती 27 फरवरी को बनबसा क्षेत्र में एक बच्चे का बाइक से एक्सीडेंट हो गया। इसके बाद मामला मनिहारगोठ पुलिस चौकी पहुंचा। विधायक के पीआरओ शत्रुघन कोठारी के मुताबिक, तब घायल बच्चे का उन्होंने इलाज कराया था। उसके बाद वह कहीं बाहर चले गए। बताया जाता है कि इस बीच बच्चे के परिजनों एवं बाइक वाले में समझौता हो गया। कोठारी ने शनिवार शाम टनकपुर लौटने के बाद इस मामले को लेकर बनबसा थाने में तहरीर दी।
इस पर पुलिस ने उन्हें मामला टनकपुर थाना क्षेत्र का होने की बात कहते हुए लौटा दिया था। कोठारी देर शाम तहरीर लेकर टनकपुर थाने पहुंचे। आरोप है कि उन्होंने दुर्घटना के मामले में थाने के एक दरोगा पर आरोप लगाते हुए अभद्रता शुरू कर दी। इस पर पुलिस ने हिरासत में ले लिया और लॉकअप में डाल दिया। सीओ अविनाश वर्मा का कहना है कि आरोपी और दरोगा के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी, जिसके बाद आरोपी को कोतवाली लाया गया था। माफीनामा और चालान करके छोड़ दिया गया है।
मैं पीड़ित बच्चे को न्याय दिलाने के लिए टनकपुर थाने पहुंचा था। पुलिस ने फोन जब्त कर लिया और अभद्रता की। मैं कल एसपी से मुलाकात कर उन्हें शिकायती पत्र सौंपकर संबंधित दरोगा के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग उठाऊंगा।