रुद्रपुर : सिडकुल ढाल पर लाइन मरम्मत के कार्य के दौरान करंट लगने से संविदा कर्मी की मौत हो गई। इसका पता चलते ही स्वजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जानकारी ली और शव पोस्टमार्टम को भेज दिया है।
इंदिरा कालोनी निवासी 32 वर्षीय दिनेश शर्मा पुत्र राम प्रसाद शर्मा ऊर्जा निगम में संविदा पद पर तैनात था। रविवार रात 10 बजे के आसपास सिडकुल ढाल पर वह अन्य कर्मचारियों के साथ लाइन मरम्मत के लिए गया हुआ था। बताया जा रहा है कि इस दौरान वह करंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गया। यह देख साथी कर्मचारियों ने ऊर्जा निगम के अधिकारियों को मामले से अवगत कराते हुए उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
डाक्टरों ने उसे रेफर कर दिया, जिसके बाद ऊर्जा निगम के अधिकारी और कर्मचारी दिनेश को किच्छा रोड स्थित निजी अस्पताल ले गए। जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसका पता चलते ही मृतक के पिता राम प्रसाद, भाई मुकेश शर्मा, पत्नी नीतू का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। बाद में रम्पुरा चौकी प्रभारी अनिल जोशी, एसआइ जितेंद्र खत्री पुलिस कर्मियों के साथ पहुंचे और शव पोस्टमार्टम को भेज दिया है। स्वजनों के मुताबिक मृतक दिनेश के दो बच्चे हैं।
स्वजनों ने काटा हंगामा, भागे ऊर्जा निगम के कर्मी
रविवार रात को गंभीर रूप से झुलसे दिनेश शर्मा को ऊर्जा निगम के कर्मचारी और अधिकारी निजी अस्पताल ले गए। जहां उसकी मौत हो गई। इसका पता चलते ही स्वजन और नाते रिश्तेदार अस्पताल पहुंच गए। जहां उन्होंने हंगामा काटना शुरू कर दिया। साथ ही ऊर्जा निगम के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया। मामला बढ़ता देख ऊर्जा निगम के कर्मचारी और अधिकारी वहां से भाग निकले। इसका पता चलते ही रम्पुरा चौकी पुलिस पहुंची और लोगों को समझाबुझाकर मामला शांत कराया।
पोस्टमार्टम कराने से किया इंकार, पुलिस ने समझाया
सोमवार सुबह मृतक दिनेश शर्मा का शव पुलिस पोस्टमार्टम के लिए पोस्टमार्टम हाउस ले आई। जहां मृतक के पिता राम प्रसाद शर्मा ने पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। उनका कहना था कि ऊर्जा निगम के लोग कह रहे हैं कि करंट से उसकी मौत हो गई। कहा कि वह कैसे विश्वास कर लें, उन्हें तो उनका पुत्र मृत मिला है। जिस पर एसआई जितेंद्र खत्री ने उन्हें समझाया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत के कारणों का पता चल जाएगा। जिसके बाद वह पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुए।