रुद्रपुर। नानकमत्ता और सितारगंज हाइवे में हुई लूट की तीन घटनाओं का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर लूटे गए 88 हजार की नगदी और दो तमंचे तथा कारतूस भी बरामद किए। बाद में पुलिस ने पांचों के खिलाफ केस दर्ज कर जेल भेज दिया।
इन स्थानों पर वारदात को दिया था अंजाम
एसएसपी बरिंदरजीत सिंह ने बताया कि 26 फरवरी को बानूसा झनकट, खटीमा के पास बाइक सवार तीन नकाबपोश बदमाशों ने खटीमा निवासी साबिर पुत्र मेंहदी हसन से तमंचे के बल पर 66 हजार की नगदी लूट ली थी। इसके बाद दो मार्च को बाइक सवार चार नकाबपोश बदमाशों ने सितारगंज के कंठगरी कब्रिस्तान मोड़ के पास जेल कैंप रोड सितारगंज निवासी अखलाख अहमद से तमंचे के बल पर 1.50 लाख लूट लिए थे। इसके एक दिन बाद नानकमत्ता के प्रतापपुर चैकी क्षेत्र से चार नकाबपोश बदमाशों ने झनकट निवासी सुरेन्द्र सिंह पुत्र इन्द्रपाल सिंह से 45 हजार लूट लिए थे। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
सीसीटीवी फुटेज से अभियुक्तों तक पहुंची पुलिस
एसएसपी बरिंदरजीत सिंह ने बताया कि जांच के दौरान सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से पता चला कि तीनों वारदात को अंजाम देने वाले एक ही गिरोह के लोग हैं। इस पर पुलिस बदमाशों की तलाश में जुट गई। रविवार शाम को सूचना मिली कि ग्राम भरौनी, सितारगंज निवासी परमजीत सिंह उर्फ सोडी पुत्र अमरीक सिंह के घर में कुछ संदिग्ध एकत्र हैं। सूचना पर कोतवाल खटीमा संजय पाठक, कोतवाल सितारगंज सलाउद्दीन और एसओ नानकमत्ता कमलेश भटट के नेतृत्व में पुलिस टीम ने परमजीत उर्फ सोडी के घर में दबिश दी। पुलिस को देख भाग रहे पांच युवकों को पकड़ लिया।
इन बदमाशों की हुई गिरफ्तारी
तलाशी लेने में उनके पास से पुलिस को करीब 88300 रुपये की नगदी और दो तमंचे तथा चार-पांच जिंदा, आधार कार्ड और लूटा बैग बरामद किया कारतूस मिले। पुलिस पूछताछ में उन्होंने अपना नाम परमजीत सिंह उर्फ सोड़ी, ग्राम भरौनी, सितारगंज निवासी गुरमीत सिंह कंबोज पुत्र मोहन सिंह, ग्राम पहसैनी, नानकमत्ता निवासी सुखविंदर सिंह उर्फ सुक्खा पुत्र गुरमीत सिंह, ग्राम बिचई नानकमत्ता निवासी बलवंत सिंह उर्फ बंटी पुत्र बेअंत सिंह तथा वार्ड नंबर दो सितारगंज निवासी अमीन शाह उर्फ गुडडू पुत्र सरीफ बताया। बताया कि नानकमत्ता, सितारगंज और खटीमा में हुई लूट की घटनाओं को उन्होंने ही अंजाम दिया। बाद में पुलिस ने पांचों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया