खटीमा। नगर स्थित दर्शन ट्रांसपोर्ट के स्वामी दर्शन लाल सलूजा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उनके बेटे का कहना है कि दस वर्ष पुराने ट्रकों के न चलने की चर्चाओं के बाद से उसके पिता डिप्रेशन में थे। उनके तीनों कैंटर दस साल पुराने हैं। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। वह रविवार सुबह सैर पर निकलने के बाद दफ्तर में पंखे से लटके मिले।
पुलिस के अनुसार पंजाबी मोहल्ला निवासी 70 वर्षीय दर्शन लाल सलूजा की रविवार की सुबह अपने ट्रांसपोर्ट के दफ्तर में फांसी पर लटककर जान दे दी। कोतवाल संजय पाठक ने बताया कि एसएसआई देवेंद्र गौरव ने मौके पर पहुंचकर ट्रांसपोर्टर के शव को अस्पताल भेजा।
करीब पचास वर्षों से वह ट्रांसपोर्ट का काम कर रहे थे
अस्पताल में उनके बेटे अंकुर ने बताया कि ट्रांसपोर्ट में खुद के तीन ट्रक और कई अन्य ट्रक अटैच हैं। करीब पचास वर्षों से वह ट्रांसपोर्ट का काम कर रहे थे। वर्तमान में दोनों भाई भी पिता के साथ-साथ काम कर रहे थे। दर्शन लाल तीन भाइयों में दूसरे नंबर के थे। उनके परिवार में पत्नी मीना सलूजा और बेटे नवीन सलूजा, अंकुर सलूजा और बेटी निधि कपूर हैं।
नियमित सैर पर जाते थे सलूजा
दर्शन लाल सलूजा के बेटे अंकुर सलूजा ने बताया कि उनके पिता नियमित वॉक के लिए पीलीभीत रोड पर घर से मंडी समिति तक जाते थे। हर रोज की तरह वह रविवार को भी सुबह सवा पांच बजे वॉक पर गए थे। घर लौटने से पहले पीलीभीत रोड स्थित दफ्तर गए जहां उनका शव फंदे से लटका मिला।