मोदी ने मोबाईल में कहा- किसान सम्मान निधि से हम 6000 रुपये देंगे। कर्जमाफी में 100 में से सिर्फ 20 को ही लाभ मिलता है, वह भी 10 साल में एक बार, लेकिन हमने हर किसान को लाभ दिया है। 10 साल में साढ़े सात लाख करोड़ रुपये किसानों को मिलेंगे।
पीएम ने कहा पीएम आवास योजना, उज्ज्वला योजना का लाभ सबको मिल रहा है। पशुपालकों व मछली पालकों को भी लाभ मिलेगा। विकास की गति को बढ़ाने में अधिक से अधिक योगदान दें। आपके बीच नहीं आ पा रहा हूं, क्षमा चाहता हूं। आप सभी को शुभकामनाएं देता हूं। पुनः माफी, आपको हुई असुविधा के लिए। भारत माता की जय।
रुद्रपुर : रुद्रपुर में विजयी शंखनाद रैली को संबोधित करने उत्तराखंड पहुंचे पीएम मोदी खराब मौसम के कारण जनसभा स्थल तक नहीं पहुंच सके। वह जिम कार्बेट पार्क के ढिकाला जोन से जनसभा स्थल तक नहीं पहुंच पाए। ऐसे में उन्हें मोबाइल से ही जनसभा को संबोधित करने के लिए मोबाइल का सहारा लेना पड़ा। माफी मांगते हुए उन्होंने अपने संबोधन की शुरूआत की और कहा कि माफी चाहता हूं कि मैं रुद्रपुर नहीं पहुंच पाया।
पीएम नरेंद्र मोदी ने मैं सुबह ही पहुंच गया था, लेकिन मौसम खराब हो गया। वहां आप बड़ी संख्या में पहुंचे हैं। आप सबकी आवाज मुझे सुनाई दे रही है। जिम कॉर्बेट में तमाम योजना की शुरुआत करनी है। उत्तराखंड के लिए समेकित विकास योजना की शुरूआत हुई है। इस योजना के लिए 100 करोड़ का चेक दे दिया गया है। पहाड़ का पानी और जवानी पहाड़ के लिए ही काम लाएंगे।
पीएम ने कहा कि कृषि क्षेत्र को खासा लाभ इस योजना से मिलेगा। छोटे व सीमांत किसानों को लाभ मिलेगा। कई साल से किसानों की यह मांग थी। किसान सम्मान निधि से हम 6000 रुपये देंगे। कर्जमाफी में 100 में से सिर्फ 20 को ही लाभ मिलता है, वह भी 10 साल में एक बार, लेकिन हमनें हर किसान को लाभ दिया है। 10 साल में साढ़े सात लाख करोड़ रुपये किसानों को मिलेंगे।
पीएम ने कहा पीएम आवास योजना, उज्ज्वला योजना का लाभ सबको मिल रहा है। पशुपालकों व मछली पालकों को भी लाभ मिलेगा। विकास की गति को बढ़ाने में अधिक से अधिक योगदान दें। आपके बीच नहीं आ पा रहा हूं, क्षमा चाहता हूं। आप सभी को शुभकामनाएं देता हूं। पुनः माफी, आपको हुई असुविधा के लिए। भारत माता की जय।
पीएम मोदी की जनसभा के लिए मंच पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय मंत्री थावर चंद्र गहलोत, प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, सांसद भगत सिंह कोश्यारी, सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, रमेश पोखरियाल निशंक के अलावा शिव प्रकाश, श्याम जाजू, अजय भट्ट, राजलक्ष्मी, सत्यपाल महाराज, अरविंद पांडेय, यशपाल आर्य, हरक सिंह रावत, रेखा आर्य आदि मौजदू थे।
इससे पहले पीएम मोदी गुरुवार सुबह करीब सात बजकर छह मिनट पर देहरादून जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर विशेष विमान से पहुंचे थे। देहरादून पहुंचने का उनका कार्यक्रम अचानक बना और गोपनीय था। उनके जौलीग्रांट पहुंचने के दौरान सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी वहां नहीं पहुंच सके थे। वह सीएम आवास से निकले तो जरूर, लेकिन वापस लौट गए।
मौसम की खराबी के चलते पीएम का हेलीकॉप्टर आगे की उड़ान नहीं भर सका। इस पर पीएम एयरपोर्ट पर स्टेट हाउस में ही विश्राम को चले गए। करीब चार घंटे के बाद मौसम साफ हुआ। इस पर सुबह ग्यारह बजे उनके हेलीकॉप्टर ने कालागढ़ के लिए उड़ान भरी।
कालागढ़ से पीएम मोदी जिम कार्बेट पार्क की ढिकाला रेंज के लिए रवाना हुए। इस दौरान वह रामगंगा नदी मार्ग के जरिये मोटर वोट से ढिकाला गए। ढिकाला से उन्हें सड़क मार्ग से करीब चालीस किलोमीटर दूर रामगढ़ी जाना था। वहां से करीब 18 किलोमीटर का सफर रामनगर के लिए तय करना था। इसके बाद रामनगर से हेलीकॉप्टर के जरिये रुद्रपुर पहुंचना था।
मौसम की खराबी के कारण हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका। साथ ही मोटर मार्ग से रैली स्थल तक पहुंचने में देरी के चलते पीएम नरेंद्र मोदी ने मोबाइल से जनसभा को संबोधित करना ही उचित समझा।