पिछले 23 सालों से शिक्षा विभाग में फर्जी दस्तावेजों के सहारे सहायक अध्यापक के पद पर नौकरी करने वाले फरार शिक्षक को नानकमत्ता पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त कर ली है।पुलिस की गिरफ्त में आये फरार इनामी शिक्षक समरपाल के खिलाफ शिक्षा विभाग में पिछले 23 सालों से फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों के सहारे सहायक अध्यापक की नौकरी करने का आरोप है।
शिक्षा महकमे की जांच में पकड़ में आने के बाद बर्खास्त किये गए शिक्षक समरपाल के खिलाफ उप खण्ड शिक्षा अधिकारी सितारगंज सुषमा गौरव द्वारा नानकमत्ता थाने में 24 मई 2020 को मुकदमा दर्ज कराया गया था।जिस पर नानकमत्ता थाने में उक्त शिक्षक के खिलाफ एफआईआर नम्बर 120/2020 के तहत धारा 420/467/468/471 के तहत मुकदमा पंजिकृत किया गया था।मुकदमा पंजिकृत होने के बाद से ही उक्त आरोपी शिक्षक फरार चल रहा था।जिस पर लगातार फरार होने के चलते एसएसपी उधम सिंह नगर द्वारा आरोपी शिक्षक पर 2500 का इनाम भी घोषित कर दिया गया था।नानकमत्ता पुलिस वांछित आरोपियों की धर पकड़ के एसएसपी उधम सिंह नगर द्वारा मिले निर्देश के अनुपालन में नानकमत्ता एसओ कमलेश भट्ट के नेतृत्व में पुलिस टीम ने आरोपी शिक्षक को सर्विलांस की मदद से जसपुर के अफजलगढ़ बस अड्डे के पास से गिरफ्तार किया है।पुलिस की गिरफ्त में आया फरार शिक्षक यूपी के जिला अमरोहा थाना नौगवा इलाके का निवासी है।वही उत्तराखण्ड शिक्षा विभाग में पिछले 23 साल से सहायक अध्यापक के रूप में फर्जी प्रमाण पत्रों के सहारे नोकरी कर रहा था।वही कागजो में भी शिक्षक द्वारा अपना पता फर्जी दर्ज कराया हुआ था।विभागीय जांच में पकड़े जाने के बाद उक्त शिक्षक को बर्खास्त कर उसके खिलाफ नानकमत्ता थाने में शिक्षा विभाग द्वारा रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी।मई 24 मई 2020 से वांछित चल रहे आरोपी शिक्षक को नानकमत्ता पुलिस ने आखिरकार गिरफ्ततार कर ही लिया है।जिसे पुलिस द्वारा आज जेल भेजा जा रहा है।