उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश के बाद कुदरत का कहर बरप रहा है। पहाड़ी इलाकों में नदी नाले उफान पर हैं। वहीं, बारिश के बाद सड़कों पर मलबा फैल गया है। उधर टिहरी और रुद्रप्रयाग में कई घरों में मलबा गिरने से हालत बुरे हैं। गंगोत्री, यमुनोत्री और बदरी नाथ हाईवे भी भूस्खलन से कई जगहों पर बंद है।
वहीं, मौसम विभाग ने आज कुछ जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार आज चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, चंपावत और नैनीताल जिले के कई इलाकों में बिजली चमकने के साथ ही भारी बारिश हो सकती है। केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि अगले कुछ दिन पूरे राज्य में तेज बारिश और बिजली चमकने के आसार हैं।
यमुनोत्री धाम सहित यमुना घाटी में रात से हो रही बारिश से यमुना नदी, हनुमान गंगा, बडियार नदी उफान पर चल रही है। उधर, पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में काली नदी चेतावनी स्तर से ऊपर बह रही है।
घनसाली के भिलंगना ब्लॉक के ग्राम कोट में घरों पर पहाड़ी से मलबा गिर गया। इस दौरान लोगों ने भागकर जान बचाई। मलबा गिरने से पांच आवासीय भवनों को खतरा पैदा हो गया है। कई घरों में भी मलबा भर गया है। वहीं, तीन मकान मलबा गिरने से आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।
लगातार हो रही बारिश के कारण प्रदेश में 296 सड़कें बंद हैं, जिन्हें खोलने के लिए 240 जेशीबी मशीनों को लगाया गया है। इसके अलावा 12 स्टेट हाईवे, आठ मुख्य जिला मार्ग, तीन जिला मार्ग, 139 ग्रामीण सड़कें और 133 पीएमजीएसवाई की सड़कें बंद हैं।
भारी बारिश के चलते यमुनोत्री हाईवे से लगे गीठ पट्टी के राना गांव, बाडिया गांव में कई आवासीय भवनों को खतरा पैदा हो गया है। बाडिया गांव में दो परिवारों ने घर छोड दिए।