उधम सिंह नगर में केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानून के विरोध में किसानों का आक्रोश देखने को मिला। जहां दिल्ली में चल रहे आंदोलन के दौरान भारत बंद के आवाहन पर जनपद में व्यापारियों ने भारत बंद का समर्थन करते हुए अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखा। इस दौरान लोगों ने राजनीतिक दलों से हटकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.किसानो के बंद का व्यापक असर यहां देखने को मिला जहां जरूरी चीजों की दुकाने भी किसानो के समर्थन में बंद रही।
किसानों द्वारा कृषि कानून के विरोध में भारत बंद का आह्वान किया गया था जिसके चलते किसानों के साथ व्यापारी राजनीतिक और सामाजिक संगठन से जुड़े लोग कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। जिसके चलते बाजपुर में व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखकर भारत बंद का समर्थन किया। किसानों के प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस, नगर पालिका बोर्ड के अध्यक्ष और सभासद समेत विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के लोगों ने भगत सिंह चौक पर धरना प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने चीनी मिल में पहुंचकर गन्ने की तौल को 3 बजे तक बंद कराया।इतना ही नहीं किसानो को लेकर व्यापारी वर्ग ने बड़ा सहयोग किया और जरूरी चीजों से लेकर पेट्रोल पम्प तक किसानो के समर्थन में बंद रहे।
इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष अजीत रंधावा ने कहा कि केंद्र सरकार को कृषि कानून वापस लेना चाहिए जिससे किसानों को राहत मिल सके।साथ ही लोगों के समर्थन पर भी उनका धन्यवाद अदा किया।वही नगर पालिका अध्यक्ष गुरजीत सिंह ने कहा कि कृषि कानून से किसानों के साथ-साथ देश के अन्य लोगों को भी काफी नुकसान होगा और उन्होंने किसानो का पूरा समर्थन करने के लिये पुरे व्यापारियों के समर्थन पर धन्यवाद भी दिया। प्रदर्शन के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिये भारी मात्रा में पुलिस प्रशासन मौके पर तैनात दिखाई दिया।