हल्द्वानी। काली मूवी के विवादित पोस्टर का मामला तूल पकड़ गया है। मंगलवार को तहसील पहुंचे युवाओं ने फिल्म निर्माता के खिलाफ नारेबाजी करने के साथ मूवी को बैन करने की मांग की ।
लोगों ने कहा कि फिल्म के पोस्टर में मां काली का गलत चित्रण किया गया है। जिससे करोड़ों हिंदुओं की धार्मिक भावना को ठेस पहुंची है। सनातन धर्म विरोधी मानसिकता के लोग लगातार ऐसी हरकतें कर रहे हैं। सरकार को इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी करनी चाहिए।
तहसील परिसर में प्रदर्शन के दौरान गौलापार व आसपास के युवाओं ने कहा कि फिल्ममेकर लीना मणिमेकलाई की डॉक्युमेंट्री फिल्म ‘काली’ का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर जारी किया है। जो की पूरी तरह आपत्तिजनक है। सनातन धर्म के भगवानों का मजाक उड़ाया गया है। जिसे युवा बर्दाश्त नहीं करेंगे।
इसके बाद एसडीएम मनीष कुमार सिंह के माध्यम से भारत सरकार को ज्ञापन भी भेजा गया। प्रदर्शन करने वालों में पंकज बिष्ट, सुरेंद्र बिष्ट, मनोज शर्मा, देव देउपा, मोहित बिष्ट, निखिल बिष्ट, सौरभ गोस्वामी, विनोद दानी, राहुल बिष्ट, नंदन सिंह, रितेश सुयाल आदि शामिल रहे।
दिल्ली पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
दिल्ली निर्माता लीना मणिमेकलई की डाक्यूमेंट्री ‘काली’ के एक पोस्टर में धार्मिक भावनाओं को आहत करने का मामला सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस ने शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली है। एक अधिवक्ता ने फिल्म के विवादित पोस्टर को लेकर फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलई के खिलाफ दिल्ली पुलिस की साइबर सेल में शिकायत की थी।