देहरादून। मुख्य सचिव ओमप्रकाश की अध्यक्षता में बुधवार को सचिवालय स्थित मुख्य सचिव सभागार में चारधाम परियोजना की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्य सचिव ने अधिकारियों को भूमि अधिग्रहण एवं यूटिलिटी शिफ्टिंग कार्य में देरी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए तेजी लाने के निर्देश दिए।
उन्होंने भूमि अधिग्रहण के उच्च न्यायालय में लंबित मामलों को छोड़कर अन्य सभी मामलों को 30 अप्रैल, 2021 तक निस्तारित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुआवजा के मामलों को भी शीघ्र निस्तारित किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने हेलंग-जोशीमठ मार्ग पर गवर्नमेंट लैंड ट्रांसफर के प्रकरण शीघ्र अति शीघ्र निस्तारित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी पेंडिंग कार्यों हेतु समय सीमा निर्धारित करते हुए तेजी लाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी टिहरी के अनुरोध पर मुख्य सचिव द्वारा ऋषिकेश-देवप्रयाग मार्ग पर बिजली के खंभों की शिफ्टिंग के कार्य के लिए जिला प्रशासन, यूपीसीएल और रोड ट्रांसपोर्ट मंत्रालय का संयुक्त निरीक्षण कराए जाने के साथ ही शिफ्टिंग का कार्य त्वरित गति से किए जाने के निर्देश दिए गए।
बैठक में बताया गया कि चारधाम परियोजना में सड़क चैड़ीकरण का कार्य 554.05 किमी में कार्य पूर्ण कर लिया गया है। यूटिलिटी डक्ट का कार्य 555.83 किमी में पूर्ण कर लिया गया है। रिटेनिंग एवं ब्रेस्ट वॉल का कार्य 367.77 किमी में पूर्ण किया जा चुका है। 182.75 किमी में क्रैश बैरियर का कार्य पूर्ण किया जा चुका है।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, प्रबन्ध निदेशक पिटकुल डाॅ. नीरज खैरवाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारी उपस्थित थे।