विभिन्न संगठनों की मांग- कामगारों और मजदूरों की जिम्मेदारी ले सरकार

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विभिन्न सामाजिक व राजनैतिक संगठनों के कार्यकर्त्‍ताओं ने घरों में धरना देकर उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण से प्रभावितों को राहत देने की आवाज उठाई। जन हस्तक्षेप संगठन के संरक्षक व कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष किशोर उपाध्याय के नेतृत्व में तमाम संगठनों ने एक घंटे तक हाथों में बैनर लिए सरकार को चेता चुके हैं। कहा कि कोरोना की दूसरी लहर कहर बरप रही है। अक्तूबर में वैज्ञानिकों ने तीसरी लहर को लेकर चेताया है, लेकिन सरकार सोयी है। कोरोना संक्रमण गांवों की तेजी से फैल रहा है।

सरकार ने आमजन को भाग्य के भरोसे छोड़ दिया है। किशोर उपाध्याय ने कहा कि राज्य के सात विपक्षी दल, विभिन्न जन संगठन व बुद्धिजीवियों ने अपने घरों में धरना देते नारा दिया, ठप मजदूरी, बंद रोजगार, कामगारों मजदूरों की जिम्मेदारी लो सरकार। धरने में राज्य के हर जिला से आमजन जुड़े व फेसबुक पेज अपनी तस्वीर साझा की।

सरकार के समक्ष रखी गई यह मांगें

पानी व बिजली बिलों को पूरी तरह से माफ किया जाए। प्रवासी मजदूरों के लिए निश्शुल्क राशन की व्यवस्था की जाए। मनरेगा के अंतर्गत काम के दिनों को 200 दिन तक बढ़ाया जाए। शहरों व पहाड़ों में दिहाड़ी मजदूर व घर लौटे उत्तराखंडियों के लिए तुरंत रोजगार योजना बनाया जाए।

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