उत्तरकाशी: उत्तरकाशी जनपद में स्थित दयारा बुग्याल (पहाड़ में घास के मैदान) में प्रसिद्ध अढूंडी उत्सव (बटर फेस्टिवल) का भव्य रूप से आयोजन हुआ। इस आयोजन में स्थानीय ग्रामीणों के साथ पर्यटकों ने भी मक्खन और मट्ठा की होली का आनंद लिया। इस दौरान ग्रामीणों ने लोक नृत्य किया। साथ ही बुग्याल का यह उत्सव मनाया।
सीएम धामी ने सभी को दी बधाई
हालांकि, इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पहुंचना था, लेकिन मौसम अनुकूल न होने के कारण मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाए। उन्होंने वीडियो संदेश के जरिये सभी प्रदेशवासियों को बटर फेस्टिवल की बधाई दी।
28 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है दयारा बुग्याल
जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से 42 किलोमीटर दूर स्थित दयारा बुग्याल 28 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। दयारा पर्यटन उत्सव समिति रैथल के अध्यक्ष मनोज राणा के अनुसार पहले इस अढूंड़ी उत्सव को गाय के गोबर से भी खेलते थे, लेकिन, अब ग्रामीणों ने मक्खन और मट्ठे (छाछ) की होली खेलना शुरू किया। इस उत्सव में ग्रामीण प्रकृति देवता की पूजा करते हैं तथा प्रकृति देवता का शुक्रिया कहते हैं।
ऐसे हुई बटर फेस्टिवल की शुरुआत
पहले इस होली को गाय के गोबर से खेलते थे। बाद में अंढूड़ी उत्सव को पर्यटन से जोड़ने के बाद ग्रामीणों ने मक्खन और मट्ठे की होली खेलना शुरू कर दिया। इसी से अंढूड़ी उत्सव को बटर फेस्टिवल के रूप में पहचान मिली है। इस बटर फेस्टिवल में ग्रामीण प्रकृति के प्रति कृतज्ञता जताते हैं। कहते हैं कि उसी की बदौलत उनके मवेशी स्वस्थ हैं।
ऐसे पहुंचा जाता है दयारा बुग्याल
जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से 42 किलोमीटर की सड़क दूरी तथा भटवाड़ी ब्लाक के रैथल गांव से नौ किलोमीटर पैदल दूरी पर दयारा बुग्याल स्थित है। यह दयारा बुग्याल 28 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। कहते हैं कि सदियों से अढूंड़ी उत्सव मनाया जाता आ रहा है।