उत्तरकाशी : नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के एडवांस प्रशिक्षण कोर्स के दौरान द्रोपदी का डांडा में एवलांच आने से दो प्रशिक्षकों के मौत हो गई है। दोनों प्रशिक्षक उत्तरकाशी निवासी बताए जा रहे हैं। रेस्क्यू टीम अन्य प्रशिक्षुओं को रेस्क्यू करने में जुट गई है। बताया जा रहा है कि उत्तरकाशी के द्रौपदी का डांडा क्षेत्र में एडवांस प्रशिक्षण के लिए निम की 28 लोगों की टीम गई थी। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को फोन पर घटना की जानकारी दी है।
दो प्रशिक्षकों की मौत
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने कहा कि द्रौपदी का डांडा क्षेत्र में प्रशिक्षण के दौरान एवलांच आया है। जिसमें दो प्रशिक्षकों की मौत हो गई है। अन्य घायलों को रेस्क्यू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट से भी संपर्क किया गया है।
शासन ने एयरफोर्स से भी किया संपर्क
एयरफोर्स से भी शासन ने संपर्क किया है। तीन हेलीकॉप्टर रेकी करेंगे और फिर बचाव कार्य किया जाएगा। डीआईजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल ने जानकारी दी कि एसडीआरएफ की टीम कैंप के लिए टेक ऑफ कर चुकी है।
चौराबाड़ी ग्लेशियर के पास सामने आई थी हिमखंड टूटने की घटना
पिछले 10 दिन में केदारनाथ धाम के ठीक पीछे चौराबाड़ी ग्लेशियर के पास हिमखंड टूटने की घटना सामने आई थी।
केदारनाथ धाम से सात किलोमीटर पीछे शनिवार एक अक्टूबर को दूसरी बार एवलांच देखा गया था, हालांकि इससे कोई नुकसान नहीं हुआ है। इससे पहले बीती 22 सितंबर को भी मंदिर के पीछे एवलांच देखा गया था।
जिसके अध्ययन के लिए वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान देहरादून के विज्ञानियों की पांच सदस्यीय टीम मौके पर पहुंची है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण(डीडीएमए) व एसडीआरएफ की टीम भी चौराबाड़ी में कैंप करके वहां लगातार निगरानी कर रही हैं।