उधर, रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग भी कई स्थानों पर संवेदनशील बना हुआ है। बांसवाड़ा, सेमी-भैंसारी, नारायणकोटी, चंडिकाधार, शेरसी और सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच राजमार्ग की स्थिति अच्छी नहीं है।
दूसरी तरफ बरसात से रुद्रप्रयाग-चोपड़ा-कुरझण, जसोली-कांडा, खांकरा-कांडई-खेड़ाखाल, नगरासू-डांडाखाल, जखनोली बैंड-कुरछोला, अंदरगढ़ी-धारतोलियूं, तोणीधार-पेलिंग, आश्रम-घरड़ा-मखेत, गुप्तकाशी-कालीमठ-कोटा-जाल-चौमासी, शिवानंदी-सिमतोली, बागा-कंडारा मोटर मार्ग समेत 11 संपर्क मोटर मार्ग भी बंद पड़े हैं। बता दें कि बीते शनिवार को जिले में 26 संपर्क मार्ग बाधित हो गए थे। इसमें से 15 मार्गों पर कार्यदायी संस्थाओं के द्वारा यातायात बहाल कर दिया गया है।
बारिश से ग्रामीणों के खेतों में घुसा मलबा, सड़कें हुई अवरुद्ध
विकासखंड चिन्यालीसौड़ में डेढ़ माह में तीसरी बार मूसलाधार बारिश से भारी नुकसान हुआ है। बारिश से कुमराडा गांव में तीसरी बार पेयजल लाइन ध्वस्त हो गई। वहीं घरों, खेतों में पानी घुसने से काश्तकारों की खेतों में खड़ी फसल चौपट हो गई है। उधर, बल्डोगी, खालसी, गढ़वालगाड, तल्ला जोगत, क्यारी- दिचली, गोरण-कावागढ़ी में कृषि भूमि में बारिश का पानी घुसने से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।
वहीं बारिश के चलते स्यांसू-मणि मोटर मार्ग कुमराड़ा और बल्डोनी के पास व चिन्यालीसौड़ जोगत मोटर मार्ग पर भी मलबा व बोल्डर आने से अवरुद्ध हो गया, जिसे रविवार दिन में खोला गया। गढ़वाल गाड़ गांव के बिशन कोटवाल, पल्ला जोगत की सुनैना रावत, कुमराड़ा के विनोद पुरसोड़ा, बल्डोगी के शांति सिंह राणा ने बताया कि बारिश का पूरा पानी उनके खेतों में घुस गया। इधर, क्षेत्र में बारिश से नुकसान की खबर पर यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत ने रविवार को कई गांवों का भ्रमण कर नुकसान का जायजा लिया। तहसीलदार प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि प्रभावित गांवों में क्षति के आंकलन के लिए राजस्व विभाग की टीम भेजी गई है।