उत्तरकाशी। उत्तरकाशी जिले के पुरोला क्षेत्र के मोरी ब्लॉक में हरकीदून घाटी के चार गांवों को जोड़ने वाले मोटर मार्ग पर हलारा गदेरे (बरसाती नाले) के पास रविवार को ग्रामीणों ने आवाजाही के लिए लकड़ी की बल्लियां डालकर कच्ची पुलिया तैयार की। बीते बुधवार को गदेरे में आए उफान में यहां बनाई गई पक्की पुलिया बह गई थी। जिसके कारण ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
मोरी ब्लॉक के प्रमुख एवं गंगाड़ गांव निवासी बचन पंवार ने बताया कि हरकीदून घाटी के ओसला, गंगाड़, ढाटमीर और पंवाणी को जोड़ने वाले मार्ग पर पुलिया बहने से दो दिनों तक तो आवाजाही पूरी तरह से ठप रही। गदेरों में पानी कम होने के बाद ग्रामीणों ने लकड़ी की बल्लियां डालकर किसी तरह से रास्ता बनाया है। कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष राजपाल पंवार का कहना है कि फिर से उफान आएगा तो लकड़ी की बल्लियां बहने की आशंका है। इसके अलावा वृद्ध, बीमार, बच्चों और महिलाओं का बल्लियों के सहारे गदेरा पार करना खतरे से खाली नहीं है। यहां पर तत्काल पुलिया निर्माण की आवश्यकता है।
गोविंद वन्य जीव विहार नैटवाड़, उत्तरकाशी के उपनिदेशक सुबोध काला ने बताया कि कुछ दिन पहले हरकीदून घाटी के सांकरी-तालुका क्षेत्र में मूसलाधार बारिश हुई है। हलारा के पास पुलिया बहने से हल्का वाहन मोटर मार्ग बंद है। यह मार्ग वन क्षेत्र में है। पिछले दो दिनों से जल स्तर कम हुआ है। इसलिए मार्ग खोलने के लिए दीवार का निर्माण कार्य शुरू किया गया है।