उत्तरकाशी। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के विकासखंड भटवाड़ी, डुंडा, मोरी, नौगांव के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों भालुओं का आतंक देखने को मिल रहा है। भालू अभी तक 11 ग्रामीणों को घायल कर चुके है। डुंडा के ओल्या गांव में भालू ने मंगलवार रात एक युवक पर अचानक हमला कर दिया, जिसमें युवक गंभीर घायल हुआ है। उसके सिर पर काफी चोट आई है और उसे एम्स रेफर किया गया है।
दरअसल, ओल्या गांव निवासी प्रदीप भट्ट गत रात को अपनी छानी(मवेशियों को बांधने की जगह) जा रहा था। तभी घात लागाए भालू ने उस हमला कर दिया। भालू ने युवक के सिर को बुरी तरह से फाड़ दिया। ग्रामीणों ने आनन-फानन में युवक को उत्तरकाशी जिला चिकित्सालय पहुंचाया। चिकित्सको ने प्राथमिक उपचार के बाद युवक को एम्स ऋषिकेश रेफर किया। ग्रामीणों ने वन विभाग से गांव में भालू के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है।
जिले में ग्रामीण डर के मारे घरों में कैद होने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि भालुओं के हमले से ग्रामीणों को बचाने के लिए गश्त बढ़ाई जाए। साथ ही भालुओं को पकड़ने के लिए भी स्थाई कदम उठाए जाएं, जिससे कि ग्रामीणों के जान-माल और खेती को बचाया जा सके। बीते दिनों मोरी के दूरस्थ गांव में भी दो महिलाओं को भालू ने हमला कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया था। इससे पहले लाटा गांव में एक महिला सहित करीब 11 ग्रामीणों पर भालू ने हमला किया है।
लाटा गांव में आ धमका भालू
सोमवार देर रात को लाटा गांव के ग्रामीणों ने आपदा कंट्रोल रूम में सूचना दी कि गांव में दो भालू घूम रहे हैं, जिसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और भालू को जंगल की ओर भगाया। वहीं, प्रधान संगठन के प्रदेश महासचिव और मनेरी प्रधान प्रताप सिंह रावत ने बताया कि मनेरी के आसपास दिन में भालू अपने बच्चों के साथ घूम रहे हैं। इस कारण ग्रामीण काफी डरे हुए हैं। ग्रामीण मवेशियों के लिए जंगल में चारा लेने भी नहीं जा पा रहे हैं। उन्होंने वन विभाग से गश्त बढाने की मांग की है।