उत्तराखंड की पहाड़ियां आज चांदी सी चमक रही हैं। प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बर्फबारी हुई है। निचले हिस्सों में बारिश तो ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी का सिलसिला जारी है। बर्फबारी की उम्मीद लगाए बैठे पर्यटक भी आज बर्फ देख झूम उठे।
चमोली जोशीमठ में लगातार तीसरे दिन भी मौसम खराब रहा। बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब के साथ ही गौरसों, औली, रुद्रनाथ सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई। वहीं बारिश से तापमान में भारी गिरावट आ गई है। जोशीमठ में तापमान अधिकतम 3 डिग्री और न्यूनतम माइनस एक डिग्री पहुंच गया है। जबकि औली में तापमान अधिकतम एक डिग्री और न्यूनतम माइनस चार डिग्री है। संवाद
रूपकुंड व वेदनी बुग्याल में भी गिरी बर्फ
पर्यटन स्थल रूपकुंड व वेदनी बुग्याल सहित क्षेत्र के बुग्यालों व हिमालयी क्षेत्र के गांव में इस सीजन की पहली बर्फबारी हुई। बर्फ पड़ने से ऊंचाई क्षेत्र के गांवों में ठंड बढ़ गई है। पर्यटन स्थल रूपकुंड, वेदनी, आली, बगजी, बगुवावासा, भीकलताल व ब्रह्मताल में इस सीजन की पहली बर्फबारी हुई है।
केदारनाथ में तीसरे दिन भी रुक-रुककर बर्फबारी होती रही। धाम में लगभग तीन फीट तक बर्फ जम चुकी है। इसके चलते पुनर्निर्माण कार्यों पर भी लंबा ब्रेक लग गया है। धाम से 47 और मजदूर वापस लौट आए हैं। अब, वहां सिर्फ 49 मजदूर रह गए हैं। केदारनाथ में अधिकतम तापमान माइनस 6 व न्यूनतम तापमान माइनस 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पिछले तीन दिनों में केदारपुरी में करीब तीन फीट तक बर्फ जम चुकी है। मंदिर परिसर व मंदिर मार्ग बर्फ से ढका हुआ है। साथ ही पुनर्निर्माण के तहत सभी निर्माण स्थल भी बर्फ के आगोश में आ गए हैं। केदारपुरी के चारों तरफ की पहाड़ियां भी चार से पांच फीट तक बर्फ की मोटी चादर ओढ़ ली है।