चार धाम यात्रा के साथ ही साथ अब पर्यटकों और यात्रियों को पक्षियों की खूबसूरत प्रजातियों से भी
रूबरू कराया जा सकेगा। पर्यटन को बढ़ावा देने और युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए वन विभाग की और से बर्ड वाचिंग प्रशिक्षण की कवायद सुरु की गई है । इस प्रशिक्षण में स्थानीय युवाओं को बर्ड वाचिंग की बारीकियां और पक्षियों की प्रजातियों की जानकारियां दी जा रही है . जिससे देश- विदेश से हर्षिल और गंगोत्री घाटी पहुंचने वाले पर्यटकों को यहां की पक्षियों की खूबसूरत प्रजातियों से रूबरू करवाया जा सकें.
वन विभाग की और से हर्षिल में तीन दिवसीय बर्ड वाचिंग प्रशिक्षण शिविर चल रहा है. इस प्रशिक्षण शिविर में हर्षिल घाटी के आठ गांव हर्षिल, बगोरी, मुखबा, झाला,धराली,सुक्की, जसपुर और पुराली के युवाओं को बर्ड वाचिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिससे कि इस गुर को वह भविष्य में अपने रोजगार के रूप में अपना सकें और इको टूरिज्म में एक सहयोगी के रूप में आयाम स्थापित कर सकें
भागीरथी घाटी वन प्रमुख धीरज पांडे ने बताया कि हर्षिल घाटी पर्यटन के दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण है. और यहां पर प्रकृति की खूबसूरत नेमत के साथ विभिन्न प्रकार की पक्षियों की प्रजातियां हैं. इसलिए यहां स्थानीय युवाओं को चरणबद्ध तरीके से बर्ड वाचिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिससे कि आगे यह युवा एक नया रोजगार अपना सकें।
– वन प्रमुख धीरज पांडे