देहरादून। संवाददाता। रानीखेत और डीडीहाट चार घोषित जनपद निर्माण को लेकर आज से संयुक्त घोषित जनपद संघर्ष समिति द्वारा छह दिवसीय जनचेतना अभियान की शुरुआत कर दी गई है। दरअसल 2021 की जनगणना से पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को 31 दिसम्बर तक प्रशासनिक इकाई यानी राजस्व ग्राम, ब्लॉक, जिलों के परिसीमन पर फ़ैसला और नवगठन को कहा है। इसके बाद उत्तराखंड में चार नए ज़िलों के गठन के लिए तैयार ज़िला निर्माण संघर्ष समिति ने जनचेतना अभियान शुरु कर दिया है।
बता दें कि 15 अगस्त, 2011 को तत्कालीन मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने यमुनोत्री, कोटद्वार, रानीखेत और डीडीहाट ज़िले बनाने का ऐलान किया था। इन्हीं चार ज़िलों के निर्माण के लिए यह आंदोलन किया जा रहा है। बता दें कि 15 अगस्त, 2011 को तत्कालीन मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने यमुनोत्री, कोटद्वार, रानीखेत और डीडीहाट ज़िले बनाने का ऐलान किया था। इन्हीं चार ज़िलों के निर्माण के लिए यह आंदोलन किया जा रहा है।
बता दें कि 15 अगस्त, 2011 को तत्कालीन मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने यमुनोत्री, कोटद्वार, रानीखेत और डीडीहाट ज़िले बनाने का ऐलान किया था। इन्हीं चार ज़िलों के निर्माण के लिए यह आंदोलन किया जा रहा है।
मंगलवार को मां यमुना के शीतकालीन प्रवास यमुना मंदिर खरशाली से पूजा अर्चना और आशीर्वाद के साथ यह अभियान शुरु हो गया. मंगलवार को मां यमुना के शीतकालीन प्रवास यमुना मंदिर खरशाली से पूजा अर्चना और आशीर्वाद के साथ यह अभियान शुरु हो गया.
मंगलवार को मां यमुना के शीतकालीन प्रवास यमुना मंदिर खरशाली से पूजा अर्चना और आशीर्वाद के साथ यह अभियान शुरु हो गया।