यमुनोत्री- जानकीचट्टी में नदी उफान पर आ गई, जिसे देखते हुए एसडीआरएफ ने आसपास का क्षेत्र को खाली कराया। यमुनोत्री क्षेत्र में अधिक बारिश होने के कारण जल स्तर काफी बढ़ गया है जिसके चलते जानकीचट्टी पार्किंग में नदी का पानी आने से कुछ दोपहिया वाहन भी बह गए। एसडीआरएफ की टीम मौके पर तैनात है।
दूसरी तरफ गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भटवाड़ी से आगे स्थान थिरांग के पास पहाड़ी से मलबा पत्थर आने से बाधित हो गया है। मलबे में एक मोटर साइकिल भी दब गई। हालांकि साइकिल चालक सुरक्षित है। राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची है। बीआरओ द्वारा हेल्गुगाड से जेसीबी भेजी गई है।
उत्तराखंड में भारी बारिश आफत बनकर बरस रही है। यमुना नदी के उदगम में अतिवृष्टि के कारण यमुनोत्री धाम में मंदिर परिसर को भारी नुक़सान हुआ है। मंदिर समिति के कार्यालय, रसोई आदि को भी नुकसान उक्त जानकारी देते हुए पुरोहित महासभा अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल ने बताया कि जनहानि नहीं लेकिन परिसंपित्तयों को नुक्सान पहुंचा है। बताया कि यमुना नदी के मुहाने पर एकत्रित मलबा बोल्डर पत्थरों की वजह से मंदिर परिसर को अधिक नुकसान हुआ है।
जानकीचट्टी यमुनोत्री पैदल मार्ग पर राममंदिर के निकट रजिस्ट्रेशन केंद्र भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके अलावा यमुनोत्री हाईवे ओजरी डाबरकोट बंद होने से बड़कोट से सरकारी अमला अभी यमुनोत्री धाम नहीं पहुंच पाया। एसडीएम मुकेश चन्द्र रमोला ने कहा कि जनहानि नहीं हुई है लेकिन नुकसान काफी हुआ है। ओजरी डाबरकोट मार्ग खुलने के साथ ही नुकसान का जायजा लिया जाएगा।