उत्तरकाशी: द्रौपदी का डांडा (डीकेडी) चोटी पर हुए हिमस्खलन (एवलांच) की चपेट में आकर क्रेवास में दबे नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) के 27 प्रशिक्षु पर्वतारोहियों की खोज के लिए आज गुरुवार को भी खोज अभियान चलाया जा रहा है। निम और एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने आज सुबह 5 शव बरामद कर दिए हैं। अभी तक 9 शव बरामद हो चुके हैं। यह जानकारी नेहरू पर्वतारोहण ने दी है। 22 प्रशिक्षु पर्वतारोही अभी लापता हैं।
गुलमर्ग की पहुंची रेस्क्यू टीम
हिमस्खलन में लापता हुए प्रशिक्षु पर्वतारोहियों के बचाव के लिए जम्मू कश्मीर के हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल गुलमर्ग की रेस्क्यू टीम पहुंची है। इस टीम को द्रौपदी डांडा के बेस कैंप क्षेत्र में उतारा गया है।
अब तक चार ही मिले हैं शव
अलबत्ता, उत्तराखंड पुलिस ने अपने टिवटर हैंडल पर मंगलवार से अब तक 10 शव बरामद होने की जानकारी दी है, लेकिन उत्तरकाशी के जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला, एसपी अर्पण यदुवंशी और निम के रजिस्ट्रार विशाल रंजन से बुधवार को और शव मिलने की जानकारी से इनकार किया। अब तक चार ही शव मिले हैं। उनके अनुसार वीरवार को फिर से खोज के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
बचाव कार्यों का लिया जायजा
इस बीच एवलांच में घायल एक प्रशिक्षक और पांच प्रशिक्षुओं को उत्तरकाशी पहुंचाया गया। उन्हें जिला अस्पताल में उपचार दिया जा रहा है। सीएम ने उत्तरकाशी पहुंचकर खोज एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया।
पर्वतारोहण कोर्स के लिए पहुंचा था दल
डोकराणी ग्लेशियर और द्रौपदी का डांडा में पर्वतारोहण का अभ्यास करने के लिए 23 सितंबर को बेसिक पर्वतारोहण कोर्स के लिए 97 प्रशिक्षु, एडवांस पर्वतारोहण कोर्स के लिए 44 प्रशिक्षुओं और निम के प्रशिक्षकों सहित 175 सदस्यीय दल बेस कैंप पहुंचा था।
मंगलवार सुबह हिमस्खलन की चपेट में आया दल
इनमें एडवांस पर्वतारोहण कोर्स के 34 प्रशिक्षु पर्वतारोही, निम के सात प्रशिक्षक और एक नर्सिंग स्टाफ (42 सदस्य ) मंगलवार सुबह द्रौपदी का डांडा चोटी के आरोहण के लिए रवाना हुआ। दल आरोहण स्थल से लगभग 100 मीटर पहले हिमस्खलन की चपेट में आ गया।