मोरी विकास खंड के अंतर्गत गोविंद वन्य जीव विहार के प्रतिबंधित देवदार व रेई प्रजाति के डेढ दर्जन हरे पेडों को काटने का मामला प्रकाश में आया है। जबकि इस छेत्र में चारा पत्ति के चुगान तक पर प्रतिबंध रहता है पेड़ो की कटान या अन्य कोई भी गतिविधि बिना पार्क प्रशाषन की अनुमति के प्रतिबंधित है । इतना ही नही हर वर्ष विभाग मामले को रफादफा करनें को कुछ गरीब ग्रामीणों के नाम जुर्माना काटकर विभागीय अधिकारी अपना पल्ला झाड लेते हैं।
– कोमल सिंह (उप निदेशक )
जहां आम आदमी सेंचुरी एरिया में हक हकुक वा चारा पति,जलाऊ लकड़ी के लिए मोहताज है तो वहीं वन माफियों के साथ अधिकारियों की मिली भगत से अवैध खनन का मामला भी सामने आया है सेंचुरी एरिया में खनन माफिया बेखोफ होकर खनन कर रहे है मीडिया में मामला उछलने पर महकमे में हड़कंप मचने के बाद आखिर वन बिभाग ने बेखोप खनन माफियाओं पर शिकंजा कसते हुए JCV मसीने कंप्रेसर और पोकलेंड मसीने सीज कर दी है ।
– ज्वाला प्रसाद (रेंज अधिकारी)