सिलक्यारा सुरंग: 17 दिन तक फंसे थे 41 मजदूर, अब हुई आरपार, बना बाबा बौखनाग का मंदिर

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सिलक्यारा सुरंग

यमुनोत्री हाईवे पर प्रदेश की सबसे लंबी 4.5 किमी लंबी सिलक्यारा-पोलगांव सुरंग को आज ब्रेक थ्रू कर आरपार कर दिया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुरंग के बाहर बने नवनिर्मित बाबा बौखनाग मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा में विशेष पूजा अर्चना की। इसके बाद ब्रेक थ्रू कार्यक्रम में शिरकत की।

12 नवंबर वर्ष 2023 में निर्माणाधीन पोलगांव सुरंग उस वक्त देश-दुनिया में चर्चा का विषय बनी जब वहां भूस्खलन होने के कारण 41 मजदूर फंस गए थे। मजदूर 17 दिन तक वहां फंसे रहे थे। जिनके रेस्क्यू के लिए तमाम इंतजाम किए गए थे। बुधवार को इस सुरंग के आर-पार होने के कार्यक्रम को एनएचआईडीसीएल और नवयुगा कंपनी की ओर से भव्य तरीके से आयोजित किया गया।

इस कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय राज्य सड़क परिवहन मंत्री अजय टम्टा पहले सुरंग के बाहर नवनिर्मित बाबा बौखनाग मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए। वहां पर उन्होंने बाबा के पश्वा का आशीर्वाद लिया।

उसके बाद एनएचआईडीसीएल और जिला प्रशासन के अधिकारी पूरी सुरक्षा के साथ सीएम और केंद्रीय राज्य मंत्री को सुरंग के अंदर ले गए और वहां पर सुरंग के भीतर बचे हुए हिस्से को ब्रेक थ्रू कर बाबा बौखनाग के जयकारों के साथ आर-पार किया गया। इस मौके पर सीएम ने स्थानीय लोगों और एनएचआईडीसीएल को सुरंग ब्रेक थ्रू होने पर बधाई दी।

कहा कि आज बाबा बौखनाग के मंदिर निर्माण का संकल्प भी पूरा हुआ है। वहीं, पीएम मोदी का धन्यवाद किया और कहा कि यह उनके नेतृत्व में उत्तराखंड में कई बहुप्रिक्षित योजनाएं चल रही हैं। चारधाम यात्रा और ऑल वेदर रोड के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

सीएम धामी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सिलक्यारा हादसे के दौरान देश दुनिया के लोग मजदूरों की सलामती की दुआ कर रहे थे। उस समय बाबा बौखनाग ने हमें आशीर्वाद दिया। पीएम उस समय लगातार अभिभावक की तरह जानकारी ले रहे थे।

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