उत्तरकाशी जिले के धौंतरी पट्टी के चौड़ियाट गांव के लक्ष्मण सिंह ने लापता बेटे का पता लगाने की मांग की है। उन्होंने अपने बेटे के गायब होने के लिए तपोवन पुलिस चौकी और लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए केस दर्ज करने की मांग की है। वहीं, पीड़ित की मदद के लिए आगे लोगों ने इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग उठाई है।
मंगलवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में पीड़ित लक्ष्मण सिंह ने बताया कि उनका 19 वर्षीय बेटा केदार सिंह 18 अगस्त को सेना भर्ती के लिए कोटद्वार गया था। 21 अगस्त को वहां से वापस आकर तपोवन लक्ष्मणझूला में अपने साथी के साथ होटल में रुका था। 22 अगस्त को पुलिस ने उनके बड़े बेटे को फोन कर बताया कि केदार सिंह तपोवन पुलिस चौकी में बंद है। सूचना पर हम तपोवन पुलिस चौकी पहुंचे तो हमें बताया गया कि यहां कोई केदार सिंह बंद नहीं हैं। उसी दिन शाम को लक्ष्मणझूला थाना पुलिस ने सूचना दी गई कि आपका बेटा गंगा में कूद गया और हमने तलाश के लिए गोताखोर लगाए हैं, मगर कुछ पता नहीं चल रहा है। बताया कि लक्ष्मणझूला थाना प्रभारी ने हमें जानकारी दी कि केदार सिंह को तपावेन पुलिस ने गिरफ्तार कर हमें सौंपा था।
पीड़ित पिता ने बताया कि उनके बेटे के साथ उत्तरकाशी दो अन्य युवक थे, जो पुलिस के डर से कुछ बोलने को तैयार है, ऐसे में उनको कुछ अनहोनी की आशंका है। उन्होंने शीघ्र ही लापता बेटे का पता लगाने के साथ ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही जहां बेटे को हिरासत में रखा गया था, वहां की सीसीटीबी फुटेज देने की गुहार लगाई है। इस मौके पर अधिवक्ता पंकज क्षेत्री, सामाजिक कार्यकर्ता सुजाता पॉल और मोहन खत्री ने इस इस मामले की सबीआई जांच की मांग की है। कहा कि यह पूरा मामला गैर कानूनी पुलिस हिरासत और हिरासत में यातना का लग रहा है, मामले की सच्चाई सामने आनी चाहिए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।