- ग्राम प्रधान ने बजट न होने की बात कह टरका दिया
- छात्र-छात्रों ने हार न मानी आरपार जाने को पुल बना दिया
- जब बड़े कर्तव्य भूले तो छात्रों ने राह दिखाई
उत्तरकाशी (संवाददाता) : जिले में 2013 की आपदा में टूटा पुल अब तक नहीं बनने से परेशान छात्र-छात्राओं ने पिछली और आज की दोनों सरकरों को आईना दिखाया है. बीते कल (बुधवार) को भंकाली इंटर कालेज में पढ़ने वाले 20 छात्र-छात्राओं ने विंसी गाड में लकड़ी का वैकल्पिक पुल बनाया और स्कूल गए.
असी गंगा घाटी में विंसी गाड का यह पुल 2013 की आपदा में टूट गया था. पुल टूटने से कई गांवों की आवाजाही पर इसका असर पड़ा. इसके बाद गांव वालों ने मिलकर गदेरे पर लकड़ी के लट्ठों से वैकल्पिक पुल बनाया. इसके बाद से बरसात में गजोली के ग्रामीण विंसी गाड में वैकल्पिक पुल बनाते हैं. तीन दिन पहले यह पुल गाड के बहाव से टूट गया. इसके कारण ग्रामीणों की आवाजाही के अलावा भंकोली इंटर कालेज में पढ़ने वाले 20 छात्र-छात्राओं का स्कूल जाना बंद हो गया.
छात्राओं ने भी बंटाया हाथ
बुधवार को गांव के 20 छात्र-छात्राएं घर से स्कूल के लिए निकले और विंसी गाड में पुल बनाने में जुट गए. बुधवार शाम तक छात्र-छात्राओं ने आसपास से लकड़ी के लट्ठे, पत्थर एकत्र कर वैकल्पिक पुल बना दिया. आज वे सभी इसी पुल से स्कुल गए, छात्र पुल के टूटने से वह स्कूल नहीं जा पा रहे थे. उन्होंने इसकी सूचना ग्रामीणों व ग्राम प्रधान को दी. लेकिन उन्होंने बजट न होने की बात कही. इसके बाद उन्होंने खुद पुल बनाने की ठानी.