उत्तरकाशी। मोरी के फतेपर्वत पट्टी के सुदूरवर्ती भीतरी गांव में देर रात को दुकानों में लगी भीषण आग से सरकारी गले की दो दुकान समेत छह दुकानें जलकर राख हो गई।
आग से किसी प्रकार की जनहानी की सूचना नहीं है। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। सूचना पर बुधवार को नुकसान का जायजा लेने राजस्व विभाग मौके पर पहुंच गया है।
तहसील मुख्यालय मोरी से 27 किमी दूर फते पर्वत पट्टी के भीतरीगांव में रात को उस वक्त अफरातफरी मच गई जब गांव के नजदीक सड़क किनारे गुरदेव सिंह पुत्र मेंबर सिंह की लकड़ी से बनी दुकान में अचानक आग लग गई।
जब तक लोग कुछ समझ पाते आग ने विकराल रूप ले लिया। देखते ही देखते पांच और दुकानें भी आग की चपेट में आ गईं। दो घंटे की मशक्कत के बाद किसी तरह ग्रामीणों ने घरों से पानी लाकर आग बुझाई। तब तक दुकानों में रखा सामान जलकर राख हो गया। आग से दो सरकारी गल्ले की दुकानों समेत छह दुकानों का सामान जल गया।
मसरी के प्रधान प्रताप सिंह व रणदेव कुंवर ने बताया कि आग से गुरुदेव सिंह पुत्र मेंबर सिंह, बीरवल सिंह पुत्र सुंदर सिंह की सरकारी गले व परचून दुकानों समेत संजय सिंह पुत्र रणदेव सिंह, ज्ञान सिंह पुत्र युद्ववीर सिंह, नरेश पुत्र दलजीत, रिंकू पुत्र माटूराम की राशन की दुकान में रखा राशन व सामान जलकर राख हो गया है।
सूचना मिलने पर मोरी राजस्व प्रशासन मय टीम के नुकसान का जायजा लेने बुधवार सुबह मौके पर पहुंच गया। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।