उत्तरकाशी । गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट इस वर्ष 30 नवंबर को बंद किए जाएंगे। ट्रेकिंग एवं माउंटेनियरिंग कारोबारियों की मांग पर वन विभाग ने पार्क के गेट बंद करने की तिथि को आगे बढ़ाया है। गंगोत्री नेशनल पार्क हर साल 15 अप्रैल से 15 नवंबर तक खुला रहता है। इस दौरान देश विदेश के सैकड़ों पर्यटक यहां आकर मां गंगा के उद्गम गोमुख के साथ ही स्नो लेपर्ड, भरल, भूरा भालू, लाल लोमड़ी आदि दुर्लभ वन्य जीवों का दीदार करते हैं, जबकि रोमांच के शौकीन लोग यहां मौजूद हिम शिखरों पर आरोहण और उच्च हिमालयी ट्रेकिंग के लिए आते हैं।
हालांकि मानसून सीजन में गाड़ गदेरों के उफान में आने व भूस्खलन के जोखिम के चलते एक-दो माह तक पार्क क्षेत्र में अधिकांश पर्यटन गतिविधियां प्रभावित रहती हैं। इस समस्या को देखते हुए कारोबारियों ने वन विभाग से पार्क को अधिक समय के लिए खोलने की मांग की थी, जिसका संज्ञान लेते हुए वाइल्ड लाइफ बोर्ड ने गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट खोलने व बंद करने की तिथियों में संशोधन कर दिया है। जिसके तहत अब पार्क के गेट 30 नवंबर को बंद होंगे, जबकि अगले वर्ष इन्हें एक अप्रैल को पुन: खोला जाएगा। पार्क प्रशासन के इस निर्णय से पर्यटकों को गंगोत्री नेशनल पार्क में भ्रमण करने के लिए करीब एक माह का अतिरिक्त समय मिल गया है।
एसोसिएशन ने पार्क प्रशासन से गंगोत्री नेशनल पार्क को 15 मार्च से 30 नवंबर तक खोलने की मांग की थी, जिस पर यह निर्णय हुआ है। इससे निश्चित ही जिले में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा मिलने से स्थानीय लोगों के लिए स्वरोजगार के अधिक अवसर तैयार होंगे।
-जयेंद्र राणा, अध्यक्ष, ट्रेकिंग एवं माउंटेनियरिंग एसोसिएशन, उत्तरकाशी।
वाइल्ड लाइफ बोर्ड ने पार्क को एक अप्रैल से तीस नवंबर तक खोलने का निर्णय लिया है। अब सर्दियों में बर्फबारी एवं अन्य विपरीत स्थितियों को देखते हुए सिर्फ पंजीकृत एजेंसियों के माध्यम से ही रोमांच के शौकीन पर्यटकों को पार्क क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
-नंदबल्लभ शर्मा, उपनिदेशक गंगोत्री नेशनल पार्क।