उत्तरकाशी। सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को सही सलामत बाहर निकालने के लिए अब रेस्क्यू ऑपरेशन तेज हो गया है। जहां एक ओर आधुनिक तकनीक से इस रेस्क्यू ऑपरेशन को आगे बढ़ाया जा रहा है, वहीं अब फंसे हुए श्रमिकों के लिए नाश्ता भी तैयार हो रहा है।
दरअसल, फंसे हुए श्रमिकों के पास अब खाने की सामग्री खत्म हो गई है, जिसके बाद बाहर से उन्हें खाना दिया जा रहा है। मंगलवार को सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों के लिए नाश्ता तैयार किया जा रहा है। 6 इंच की पाइप लाइन के जरिए मजदूरों तक खाना पहुंचाया जाएगा।
पाइप के जरिए पहुंच रहा खाना
सोमवार रात उन्हें सोया बड़ी व मटर युक्त मूंग दाल की खिचड़ी और केला खाने को मिला। ऐसा भूस्खलन के मलबे के बीच से डाले गए 57 मीटर लंबे और छह इंच मोटे स्टील के पाइप से संभव हो पाया। इस पाइप को एनएचआईडीसीएल तीसरे प्रयास में सुरंग के भीतर पहुंचा पाया। श्रमिकों तक लाइफ लाइन पहुंचाने का कार्य दीपावली के बाद से ही चल रहा है। सोमवार सुबह तीसरा प्रयास हुआ, जो सफल रहा। जब यह पाइप सुरंग में फंसे श्रमिकों तक पहुंचा तो उनकी खुशी का ठिकाना न रहा।
अब मंगलवार को अधिकारियों के निर्देश पर स्पेशल नाश्ता तैयार हो रहा है। नाश्ते में क्या-क्या बनाया गया है ये खाना बनाने वाले ने बताया।
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वॉकी-टॉकी के जरिए संपर्क की कोशिश
बता दें कि लगातार सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। अब बचावकर्मी वॉकी-टॉकी के जरिए फंसे हुए मजदूरों से संपर्क स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं।
वहीं मंगलवार को ड्रिलिंग के साथ ही एक बार फिर से बचाव अभियान जारी है। बचाव दल ने सिल्क्यारा सुरंग के अंदर पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया है। इसी पाइप के जरिए मजदूरों को सही सलामत बाहर निकाला जाएगा।