दिवाली के दिन उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सुरंग में हुए हादसे में फंसे 41 श्रमिकों को अभी तक बाहर नहीं निकाला जा सका है। रेस्क्यू का आज 11वां दिन है।
पाइप से श्रमिकों को भेजा जा रहा भोजन
सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों के लिए खाना पैक किया जा रहा है। छह इंच की पाइपलाइन के जरिए मजदूरों तक खाना पहुंचाया जाएगा।
मलबा गिरने से रोका बचाव अभियान
कुछ देर के रेस्क्यू ऑपरेशन को रोक दिया गया है। मंगलवार रात से लगातार ऑगर मशीन से ड्रिलिंग के बाद हल्का मलबा गिरने लगा था। जिसके बाद अब ड्रिलिंग को कुछ देर के लिए रोका गया है।अभी यहां नौवां पाइप डाला जा रहा था। इसके बाद एक और पाइप डाला जाना है।
गुजरात से दो ड्रिलिंग मशीन लेकर पहुंची मालगाड़ी
सिलक्यारा में सुरंग की खुदाई के लिए गुजरात के वापी से ड्रिलिंग मशीन लेकर मालगाड़ी ऋशिकेश पहुंची। दो ड्रिलिंग मशीनों को ट्रकों के माध्यम से सिलक्यारा भेजा जा रहा है।
प्राथमिक उपचार की तैयारियां भी तेज
बचाव अभियान को लेकर अगले करीब दस घंटे अहम हैं। टनल से जैसे-जैसे मजदूरों के बाहर आने की उम्मीद बढ़ रही है, वैसे ही उनके प्राथमिक उपचार की भी तैयारी तेज हो गई है। यहां अस्थायी अस्पताल बनाया गया है, जिसमें आठ बेड लगाए गए हैं। यहां से करीब चार किलोमीटर दूर हेलिपैड बना है, जहां से श्रमिकों को एयरलिफ्ट करके एम्स ले जाया जा सकता है। उत्तरकाशी जिला अस्पताल में भी 45 बेड अलग से रिजर्व कर दिए गए हैं।