राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गोपेश्वर में पिछले दो सप्ताह से चल रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आंदोलन के बीच मंगलवार को छात्र उग्र हो गए। तीन छात्र और एक छात्रा महाविद्यालय के मुख्य प्रशासनिक भवन की छत पर चढ़ गए।
वे अपने साथ पेट्रोल लेकर छत पर गए और अपने ऊपर भी पेट्रोल छिड़क भी लिया। उन्होंने कॉलेज प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए और आत्मदाह की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि जब तक प्रशासन का कोई अधिकारी आकर उनसे बात नहीं करेगा तब तक वे छत से नीचे नहीं उतरेंगे।
परीक्षाफल में गड़बड़ी का आरोप
छात्रों का कहना है कि कई छात्र-छात्राओं के परीक्षाफल में गड़बड़ी की गई है। परीक्षा देने के बाद भी कई छात्रों को अनुत्तीर्ण किया गया है। श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी की गई है, इसका खामियाजा छात्र छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है।
एनएसयूआई के छात्र भी धरने पर बैठे
इधर, कॉलेज के मुख्य कैंपस में एनएसयूआई के छात्र छात्रों की ओर से भी पिछले दो सप्ताह से आमरण अनशन और कार्मिक धरना दिया जा रहा है। मंगलवार को पुलिस की ओर से पिछले तीन दिन से आमरण अनशन कर रहे छात्र संघ अध्यक्ष अंशुल भंडारी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दौरान एनएसयूआई के छात्र-छात्राओं ने पुलिस वाहन को रोका और प्रदर्शन किया। छात्रों और पुलिस कर्मियों के बीच धक्का मुक्की भी हुई।