चमोली। विगत सात फरवरी को उत्तराखंड के चमोली जिले में आई आपदा के 11 दिन बाद भी शवों के मिलने का सिलसिला जारी है। बुधवार को कोई शव नहीं मिला था, लेकिन गुरुवार की सुबह तपोवन सुरंग से एक शव बरामद किया गया है। वहीं मलबा निकालने का कार्य आज 12वें दिन भी जारी है।
कुल मृतक 59, अभी भी 145 लापता
गुरुवार की सुबह एक शव मिलने के बाद अब कुल मृतकों की संख्या 59 हो गई है। वहीं अभी भी 145 लोग आपदा के बाद से लापता चल रहे हैं।
सुरंग से मिला एक शव
विगत सात फरवरी को उत्तराखंड के चमोली जिले में आई आपदा के 12वें दिन बाद आज सुबह तपोवन सुरंग से एक शव बरामद किया गया है। सुरंग से मलबा निकालने का कार्य फिलहाल जारी है।
तपोवन से लौटी चिकित्सकों की टीम
उप जिला चिकित्सालय की मेडिकल टीम चमोली जिले के आपदा प्रभावित क्षेत्र तपोवन से अपनी सेवाएं देकर एक सप्ताह बाद श्रीनगर लौट गई है। टीम ने आपदा में मारे गए शवों के पोस्टमार्टम करने के साथ ही ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया। टीम में शामिल उप जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ सर्जन डा. लोकेश सलूजा व आर्थोपेडिक सर्जन डा. गौतम नैथानी ने आपदा प्रभावित क्षेत्र में फंसे लोगों की मदद करने के लिए जी जान से जुटे सैनिकों व अर्द्धसैनिक बलों द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने बताया कि हमारी टीम को अचानक पुल टूट जाने के कारण अलग-थलग पड़े गांवों में सेना द्वारा रस्सियों के सहारे पहुंचाया गया। टीम ने भंग्यूल, गहर, जुवाग्वाड़, जुग्यू आदि गांवों में जाकर ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवाईयां वितरित कीं। टीम में डा. गौतम नैथानी, डा. लोकेश सलूजा, फार्मेसिस्ट सतीश काला, वार्ड ब्याव देव बिष्ट आदि शामिल थे।
25 मानव अंग बरामद
बुधवार को सुरंग, बैराज और रैणी साइट कोई शव बरामद नहीं हुआ। हालांकि चमोली के बराली गांव के पास एक मानव अंग (हाथ) बरामद हुआ था। 25 मानव अंग बरामद हुए हैं। बैराज साइट से भी पानी और मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि टनल से काफी पानी निकल रहा है। जल्द से जल्द पानी निकाला जा सके। इसके लिए पंप लगाए गए हैं। बैराज साइट में जहां सूखा मिल रहा है, वहां जेसीबी ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। इससे सर्च अभियान तेज किया जा सके। रैणी के पास भी एनडीआरएफ और जेसीबी लगाकर शवों की तलाश की जा रही है।