बर्फबारी के बाद औली मार्ग पर बर्फबारी ने बढ़ाई पर्यटकों की मुसीबत, फीसल रहे वाहन

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चमोली। उत्तराखंड में हाल के दिनों में हुई भारी बर्फबारी से बाद चमोली जिले के लगभग सारे मार्ग खुल चुके हैं। इन सड़कों पर वाहनों की आवाजाही तो शुरू हो गई है, लेकिन ठंड अधिक होने के चलते इन मार्गों पर पाला जम रहा है, जिसके कारण वाहनों के रपटने का खतरा बन रहा है। बता दें कि बीते साल पाले में वाहन रपटने की कई घटनाएं हुई थी।

बीते 12 और 13 दिसंबर को जिले के घाट, निजमुला घाटी, देवाल, थराली, जोशीमठ ब्लॉक में जमकर बर्फबारी हुई थी। भारी बर्फबारी हुई थी, जिससे जिले की दर्जनों सड़कें बंद हो गई थी। यहां तक कि जोशीमठ से आगे एनएच तक बंद हो गया था। जोशीमठ-औली मोटर मार्ग भी भारी बर्फबारी के चलते बंद हो गया था।


कई दिनों तक वाहन रास्ते में ही फंसे थे। अब लोनिवि ने लगभग सारे मार्गों को खोल दिया है, कुछ जगह पर बर्फ पिघलने से भी मार्ग खुल गए हैं। लेकिन इन मार्गों पर कई जगह पर सड़क किनारे अभी भी बर्फ जमी हुई है। ठंड अधिक पड़ने से इन जगह पर जमकर पाला पड़ रहा है।

जिससे वाहनों के रपटने का खतरा बढ़ गया है। मलारी राजमार्ग पर रविग्राम के समीप सड़क पर पाला जमने से कई वाहन रपट चुके हैं। स्थानीय निवासी समीर डिमरी, शैलेश नेगी, अनिल डिमरी व अमित का कहना है कि सड़क के किनारे नाली न होने के चलते पानी सड़क पर आ रहा है। जिसके चलते सड़क पर पाला जमने से वाहन रपट रहे हैं।


जिन जगह पर पाला जम रहा है वहां नमक और चूने का छिड़काव किया जा रहा है। नमक डालने से पाला तुरंत गल जाता है। सबसे अधिक पाला जमने की समस्या जोशीमठ-औली मार्ग पर आ रही है। यहां निरंतर नमक छिड़का जा रहा है। अन्य जगह भी कर्मियों को नमक और चूना छिड़कने के निर्देश दिए गए हैं।
-धन सिंह रावत, अधिशासी अभियंता लोनिवि गोपेश्वर

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