देहरादून। संवाददाता। उत्तराखंड में चमोली जिले के गैरसैंण में मंगलवार तड़के मौसम खराब होने की वजह से अचानक बादल फट गया, लेकिन इससे कोई जनहानि नहीं हुई है। इस घटना के बाद से लोगों में दहशत का माहौल है। वहीं इस दौरान लगातार हो रही भारी बारिश के कारण उफनते नाले से आवासीय मकानों में मलबा घुसने के कारण दरारें पड़ने लगीं हैं। इससे स्कूल, पेयजल लाइन, खेती की जमीन, गौशालाएं आदि सब मलबे के कारण बर्बाद हो गईं हैं। तबाही का आलम यह है कि पैदल मार्ग भी पानी में बह गया है।
बारिश से गिरे 11 मकान
बारिश के चलते प्रदेश में भूस्खलन से 79 मोटर मार्गों पर वाहनों का आवागमन थम गया है। स्थिति यह है कि बारिश के कारण बार बार भूस्खलन हो रहा है। हालांकि मलबा हटाने का काम जारी है। इसलिए गाड़ियां धीमी गति से चल रही हैं। वहीं बागेश्वर की कनलगढ़ में हो रही झमाझम बारिश से पुल डूब गया है। इसके अलावा जिले के कपकोट और कांडा में भारी बारिश के कारण 11 मकान ढह गए हैं। लगातार 24 घंटों की लगातार हो रही बारिश से नदी-नालों में बाढ़ सी आ गई है।