उत्तराखंडः चंबा-धनोल्टी मार्ग बंद, बद्रीनाथ व गौरीकुंड राजमार्ग खुला, धनोल्टी में कैद 250 पर्यटक

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देहरादून। राजधानी देहरादून में शुक्रवार को चटख धूप खिली। लेकिन ठंडी हवाओं ने गलन का अहसास कराया। वहीं धनोल्टी में मार्ग बंद होने के कारण पर्यटक अभी भी होटलों में कैद हैं।
मसूरी में बर्फबारी के बाद पाला पड़ने से फिसलन बढ़ गई है, जिससे लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। वहीं मसूरी से दो किमी नीचे पेट्रोल पंप तक ही वाहन आ रहे हैं। उसके ऊपर का रास्ता बर्फबारी के बाद बढ़ी फिसलन के कारण बंद कर दिया गया है। मसूरी में फंसे 600 पर्यटकों को कल रात निकाल लिया गया।

चंबा-धनोल्टी सड़क मार्ग बर्फ के कारण अभी भी बंद है। जिस कारण अभी भी धनोल्टी और आसपास के इलाकों में भी करीब 250 पर्यटक होटलों में कैद हैं। रास्ता बंद होने की वजह से उन्हें बाहर नहीं निकाला जा सका। वाहनों का संचालन न होने के कारण लोग अभी चंबा-धनोल्टी मार्ग पर आवागमन नहीं कर पा रहे हैं। शाम तक रास्ता खुलने की उम्मीद है।

नई टिहरी, रुद्रप्रयाग, यमुनोत्री घाटी, चमोली में चटक धूप खिली हुई। रुद्रप्रयाग जनपद में बर्फबारी प्रभावित गांवों में जनजीवन अस्त-व्यस्त है। बद्रीनाथ एवं गौरीकुंड राजमार्ग खुले हैं। कुंड-ऊखीमठ-चोपता-गोपेश्वर राजमार्ग बर्फ के कारण बंद हैं। यमुनोत्री हाईवे अभी भी बाधित है। चमोली जिले में ठंड से राहत मिली है। जिससे बर्फ से बंद सड़कों के खोलने में तेजी आएगी।

अगले तीन दिन परेशानी बढ़ाएगा शीतलहर और कोहरा
तीन दिन की बारिश के बाद राजधानी में बृहस्पतिवार की सुबह की शुरुआत घने कोहरे से हुई। इसके बाद करीब दस बजे धूप खिल गई। दिन में तेज धूप की वजह से ठंड से कुछ राहत मिली। अब अगले तीन दिन शीतलहर और कोहरा परेशानी बढ़ाएगा।

मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि शुक्रवार को भी मौसम खुला रहेगा। कहीं बारिश की संभावना नहीं है। सुबह को घना कोहरा आ सकता है। 10, 11 और 12 जनवरी को देहरादून और आसपास के इलाकों में शीतलहर चल सकती है। मौसम विभाग ने लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी है।

कई जगह बिजली और संचार सेवा ठप
कुमाऊं के चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर और नैनीताल में बुधवार रात से बृहस्पतिवार तड़के तक हुई भारी बर्फबारी और बारिश लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गई है। कई इलाकों में सड़कें बंद हैं तो कई जगह बिजली और संचार सेवा ठप है।

आरतोला में पटोरिया टेलीफोन एक्सचेंज के मजदूर की ठंड से मौत हो गई। शव बर्फ में दबा मिला है। तराई-भाबर में कल रात हुई बारिश के बाद बृहस्पतिवार सुबह धूप खिली लेकिन ठंड से छुटकारा नहीं मिला।

चंपावत, पिथौरागढ़, नैनीताल, चंपावत में बृहस्पतिवार सुबह जब लोगों की आंख खुली तो धरा बर्फ की चादर ओढ़े नजर आई। बर्फबारी के कारण थल-मुनस्यारी सड़क छठे दिन भी बंद रही। सीमांत के दारमा, चैंदास, ब्यास सहित छिपला केदार घाटी के दर, बोंगलिंग, नागलिंग, दुग्तु, दांतु में तीन फीट तक हिमपात हुआ है। तिदांग और कुटी पोस्ट में आईटीबीपी जवानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

चैबटिया में साल का पहला हिमपात
टनकपुर-पिथौरागढ़ निर्माणाधीन बारहमासी मार्ग मलबा आने के कारण आठ घंटे से अधिक बंद रहा। चंपावत, लोहाघाट, पाटी और बाराकोट, कनालीछीना, बेड़ीनाग आदि क्षेत्र में करीब ढाई लाख की आबादी को बिना बिजली के रहना पड़ा। यहां सैकड़ों गांवों में अंधेरा छाया हुआ है। लोहाघाट में पेड़ गिरने से पांच घंटे तक मार्ग बंद रहा।

बागेश्वर जिले में पिछले पांच दिन हो रही बारिश और बर्फबारी के चलते बागेश्वर-गिरेछीना समेत कई सड़कें बंद हैं। पेड़ गिरने से कई जगह बिजली लाइनें टूट गई हैं। शामा, भनार, रमाड़ी, नामती चेटाबगड़ समेत 55 गांवों और पिंडारी रूट पर 25 गांवों में बिजली की आपूर्ति ठप रही।

रानीखेत के चैबटिया में सीजन का दूसरा और साल का पहला हिमपात हुआ। नैनीताल में निचले क्षेत्रों में तीन से चार इंच और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में नौ से 10 इंच तक हिमपात हुआ। बर्फबारी से बुधवार रात से शहर में बिजली गुल हो गई थी। बृहस्पतिवार सुबह पेयजल सप्लाई भी ठप रही।

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