देहरादून। उत्तराखंड आयुर्वेदिक विवि में युवाओं से करोड़ों रुपये ठगने का आरोपी मृणाल धूलिया आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। धूलिया जनवरी 2019 से फरार चल रहा था। पुलिस के अनुसार इस दौरान उसने बंगलूरू, दिल्ली, जम्मू आदि कई जगहों पर शरण ली। मंगलवार को पुलिस ने उसे जम्मू से लौटते हुए दिल्ली-पानीपत हाईवे से गिरफ्तार कर लिया।
एसपी सिटी श्वेता चैबे ने बताया कि मृणाल के खिलाफ आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट संघ के प्रदेश अध्यक्ष आजाद डिमरी ने जनवरी 2019 में मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि धूलिया ने कई युवाओं से फार्मासिस्ट के पदों पर नियुक्ति दिलाने के नाम पर करीब 1.54 करोड़ रुपये लिए थे। नियुक्ति नहीं हुई तो दबाव में धूलिया ने 87 लाख रुपये के चेक युवाओं को दिए थे। लेकिन, सभी चेक बाउंस हो गए।
मुकदमा दर्ज होने के बाद से धूलिया फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी में पुलिस ने देश के कई बड़े शहरों में छापे मारे, मगर उसका कहीं सुराग नहीं लगा। इस बीच पता चला कि उसने हाईकोर्ट से स्टे हासिल कर लिया था। हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद उसने जांच में सहयोग नहीं किया। इस पर पुलिस ने उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट और कुर्की आदेश हासिल कर लिए। धूलिया लगातार पुलिस की आंखों में धूल झोंककर छिपता रहा।
इस बीच लॉकडाउन में पता चला कि वह दिल्ली के किसी फ्लैट में रह रहा है। लेकिन, जब पुलिस ने फ्लैट पर छापा मारा तो वह वहां से भी भाग चुका था। इसके बाद पता चला कि वह जम्मू गया है, जिसके बाद पुलिस ने उसके पीछे मुखबिर लगा दिए। सोमवार को जम्मू से लौटते समय पुलिस ने उसे पानीपत हाईवे से उसे गिरफ्तार कर लिया। उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
मृत्युंजय मिश्रा ने खोले थे राज
मृणाल धूलिया आयुर्वेदिक विवि के निलंबित कुलपति मृत्युंजय मिश्रा का खास आदमी था। दिसंबर 2018 में जब मृत्युंजय को विजिलेंस ने गिरफ्तार कियातो उसनेे तमाम राज खोले। इसके बाद ही मृणाल पर भी पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया।
डोईवाला में भी दर्ज है मुकदमा, ढाई हजार का इनामी
धूलिया के खिलाफ डोईवाला थाने में भी मुकदमा दर्ज है। आयुर्वेदिक पंचकर्म कोर्स कर रहे छात्रों ने कोर्स कराने के नाम पर पैसे लेने और डिग्री न देने का आरोप लगाया था। इस मुकदमे में धूलिया की पत्नी योगिता धूलिया भी मुल्जिम है। पुलिस ने उस पर 2500 रुपये का इनाम भी घोषित किया था।