देहरादून। उत्तराखंड में शीतलहर का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। पारा लगातार गिर रहा है और बर्फीली हवाएं हाड़ कंपा रही है। वहीं आज शनिवार को राजधानी देहरादून समेत आसपास के इलाकों में धूप खिली रही। हालांकि सुबह के वक्त यहां खासी ठंड रही। देहरादून सहित ऋषिकेश, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, हल्द्वानी में सुबह कोहरा छाया रहा। बाद में धूप खिली, लेकिन सर्दी से लोग परेशान रहे।
रुद्रपुर तराई में शनिवार को फिर लोग कोहरे से ठिठुरते रहे। तराई में कोहरे का प्रकोप जारी है। रुद्रपुर में घने कोहरे से सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए। बीते शुक्रवार को धूप ने लोगों को ठंड से हल्की राहत दी। लेकिन शनिवार की सुबह घने कोहरे ने सफेद चादर ओढ़ ली। सड़कों पर स्कूली बच्चे ठिठुरते हुए स्कूलों को जाते दिखे। उधर, कोहरे का असर रेल व रोडवेज बसों पर भी पड़ा। नियत समय से देरी पर रेल व बसें पहुंची।
नववर्ष पर बारिश के आसार
पंतनगर विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह ने कहा कि शनिवार को सुबह के समय हल्का कोहरा छाया रहेगा और कड़ाके की ठंड रहेगी। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि 31 दिसंबर से मौसम का मिजाज बदलेगा और पश्चिमी विक्षोभ के कारण एक और दो जनवरी को बारिश होने के साथ ही 2200 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हो सकती है।
बर्फीले तूफान और रात को पड़ रहे पाले ठंड में काफी इजाफा
हिमालयी क्षेत्र में शुक्रवार तड़के से दोपहर तक बर्फीला तूफान आया। इसे देखते हुए प्रशासन ने सरकारी मशीनरी को अलर्ट कर दिया है। बर्फीले तूफान और रात को पड़ रहे पाले ठंड में काफी इजाफा हो गया है।
शुक्रवार को मुनस्यारी का न्यूनतम तापमान माइनस 6 डिग्री पहुंच गया, जबकि पिथौरागढ़ का न्यूनतम तापमान माइनस 2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। तापमान में गिरावट से मुनस्यारी में ओस की बूंदें बर्फ में तब्दील हो जा रहीं हैं।
शुक्रवार तड़के 4 बजे से पंचाचूली, राजरंभा, हंसलिंग, मिलम, रालम, छिपलाकेदार, नंदा देवी बेस कैंप, हीरामणि, नामिक ग्लेशियर के साथ ही हिमालयी क्षेत्र के विभिन्न इलाके बर्फीले तूफान की चपेट में रहे। मुनस्यारी नगर से पंचाचूली, हंसलिंग आदि चोटियों पर बर्फ उड़ते देखी गई। दोपहर करीब एक बजे बर्फीला तूफान थमा।
बर्फीले तूफान को देखते हुए उपजिलाधिकारी भगत सिंह फोनियां ने सुबह 6 बजे राजस्व पुलिस कर्मियों की आपात बैठक बुलाकर सभी को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए। अन्य विभागों को भी सतर्क किया गया है। एसडीएम ने बताया कि उच्च हिमालयी इलाकों में आईटीबीपी की अग्रिम चैकियों में जवान तैनात हैं। तूफान से किसी प्रकार के नुकसान की जानकारी नहीं है।