देहरादून: अपने दावों के कारण कई दिनों से चर्चा में आए बाबा बागेश्वर धाम धीरेंद्र शास्त्री उत्तराखंड पहुंचे हैं। इंटरनेट मीडिया पर वीडियो जारी कर उन्होंने यह बात कही है।
जारी वीडियो में उन्होंने कहा है कि वह उत्तराखंड की पवित्र धरती के संतों को बागेश्वर धाम में होने वाले आयोजन का आमंत्रण देने आए हैं। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने वीडियो में अपने विरोधियों को नसीहत देते हुए कहा है कि कायदे में रहेंगे तो फायदे में रहेंगे।
बताया जा रहा है कि वह ऋषिकेश के बयासी क्षेत्र में किसी आश्रम में हैं। वहीं चर्चा यह भी है कि उन्होंने योग गुरु बाबा रामदेव से मुलाकात की है। हालांकि अभी धीरेंद्र शास्त्री के उत्तराखंड पहुंचने की पुष्टि नहीं हुई है।
बिना पूछे लोगों की परेशानियों जानने का दावा
मध्य प्रदेश में मौजूद बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इंटरनेट मीडिया से लेकर टेलीविजन तक हर तरफ छाए हुए हैं। आज के समय लोग अपनी जिंदगी से जुड़ी परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए बागेश्वर धाम आते हैं और बाबा उन्हें उनकी परेशानियों से निजात दिलाने का दावा करते हैं।
भक्तों की मानें तो धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर भगवान हनुमान जी की कृपा है, दिव्य दरबार में भगवान हनुमान जी और दिव्य शक्तियों उनको प्रेरणा देती है। मौजूदा वक्त में लाखों लोग देश विदेश से बागेश्वरधाम आ रहे हैं। यह बाला जी को समर्पित भगवान का मंदिर है। यह मंदिर बागेश्वर धाम के नाम से प्रसिद्ध है।
कुछ दिनों पहले उन्होंने महाराष्ट्र के नागपुर में दरबार लगाया था। इस दरबार में महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीसव के अलावा केंद्रीय सड़क परिवहन राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी पहुंचे थे। बता दें कि की देश के कई राजनेता बागेश्वर धाम में हाजिरी लगा चुके हैं।
जादू-टोना और अंधश्रद्धा फैलाने का आरोप
अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति ने धीरेंद्र शास्त्री पर जादू-टोना और अंधश्रद्धा फैलाने का आरोप लगाया है। समिति के अध्यक्ष श्याम मानव ने कहा कि ‘दिव्य दरबार’ और ‘प्रेत दरबार’ की आड़ में बाबा जादू टोना को बढ़ावा दे रहे हैं। इसके अलावा, घर्म के नाम पर आम लोगों को लूटने,ल धोखाधड़ी और शोषण भी किया जा रहा है।
अब इस दरबार को लेकर नागपुर की अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति ने दिया। समिति के संस्थापक श्याम मानव अपने द्वारा दूसरे कमरे में रखी गई 10 वस्तुओं की जानकारी देने का चैलेंज और उसके पूरा होने पर 30 लाख रूपए दिए जाने का चैलेंज दिया गया। बाबा ने चैलेंज को स्वीकार कर लिया और कहा कि यहां आकर हमें आजमा लें।
इस पर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा है कि वह संविधान के अनुसार धर्म का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। कहा है कि अगर हनुमान भक्ति करना गुनाह है तो सभी हनुमान भक्तों पर एफआइआर होनी चाहिए।