देहरादून। ऊर्जा निगम में आज और कल सहायक अभियंता (एई) और अवर अभियंता (जेई) के पदों पर खुली भर्ती की जा रही है। योग्यता के आधार पर सीधे साक्षात्कार के जरिये यह विशेष भर्ती की जाएगी। कार्मिकों की प्रस्तावित हड़ताल के मद्देनजर ऊर्जा निगम प्रबंधन वैकल्पिक व्यवस्था बनाने में जुटा है। हालांकि, महज एक दिन पहले एई-जेई के पदों पर भर्ती की विज्ञप्ति जारी किए जाने पर सवाल उठ रहे हैं। यह भर्ती पूर्ण रूप से अस्थायी है और अधिकतम एक वर्ष के लिए मान्य है। उधर, बिजली कार्मकों की हड़ताल के मद्देनजर ऊर्जा निगम ने नियंत्रण कक्ष की स्थापना की है।
ऊर्जा निगम की ओर से जारी विज्ञप्ति में प्रदेश में विद्युत वितरण कार्यों के सुचारू संचालन को एई और जेई के पदों पर खुली भर्ती की जा रही है। तीनों निगमों के ऊर्जा कर्मियों ने छह अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल का एलान किया है। इससे पहले चार और पांच अक्टूबर को ऊर्जा निगम अभियंताओं की भर्ती करेगा। कामचलाऊ व्यवस्था के तहत की जा रही इस भर्ती पर सवाल भी उठने लगे हैं। बिना प्रशिक्षण और कौशल के यह एई और जेई प्रदेश की विद्युत वितरण व्यवस्था कैसे संभालेंगे। साथ ही एक दिन पहले जारी विज्ञप्ति की जानकारी कितने अभ्यर्थियों को मिल पाएगी और कितने योग्य अभ्यर्थी ऊर्जा निगम मुख्यालय में साक्षात्कार को पहुंच सकेंगे, यह भी विचारणीय है।
प्रदेश में बिजली कार्मिकों की हड़ताल को देखते हुए ऊर्जा निगम ने अपने देहरादून स्थित काल सेंटर को कंट्रोल रूप में परिवॢतत कर लिया है। कंट्रोल वैकल्पिक व्यवस्था पर तैनात किए जा रहे कार्मिकों के साथ समन्वय स्थापित करेगा। साथ में छह अक्टूबर से प्रस्तावित हड़ताल से विद्युत आपूर्ति संबंधी दिक्कतों का समाधान करेगा।
उधर, मुख्य सचिव डा एसएस संधु ने रविवार को भी हड़ताल से निपटने को किए जा रहे वैकल्पिक बंदोबस्त की तैयारी की जानकारी ली। बताया जा रहा है कि वैकल्पिक रूप से तैनात किए जाने वाले अन्य राज्यों व केंद्रीय ऊर्जा उपक्रमों के कार्मिकों के संबंध में राज्य को सकारात्मक संकेत मिले हैं। ये कार्मिक सोमवार तक पहुंच सकते हैं।