कांग्रेस की चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि बागियों की पार्टी में वापसी उनकी उपयोगिता के आधार पर तय होगी। वैसे भाजपा समेत तमाम दलों के असंख्यक कार्यकर्ता कांग्रेस के संपर्क में हैं।
राजीव भवन में मीडिया से बातचीत में रावत ने कहा कि प्रदेश भर में लोग कांग्रेस से जुड़ रहे हैं। कांग्रेस के सर्वधर्म समभाव, समग्र विकास और उदार नीतियों की वजह से लोगों का कांग्रेस पर विश्वास है। लोग पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल और वर्तमान भाजपा के कार्यकाल से तुलना कर रहे हैं। लोग साफ साफ महसूस कर रहे हैं कि कांग्रेस की सरकार एक जनवादी सरकार थी, जबकि भाजपा की सरकार धनवादी सरकार है।
आम आदमी को राहत देने के लिए कांग्रेस ने जिन जिन योजनाओं को लागू किया था, भाजपा सरकार ने उन सभी को खत्म कर दिया। या ऐसा रूप बदला कि वो लाभकारी नहीं रह गई। खुद भाजपा के लोग भी इस बात को स्वीकारते हैं और व्यथित हैं। वर्ष 2016 के दौरान पार्टी छोड़कर गए लोगों पर उनकी उपयोगिता के आधार पर ही निर्णय किया जाएगा।
रावत ने अफगानिस्तान में तालिबान पर चिंता जताते हुए केंद्र सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलाने की सलाह दी। कहा कि तालिबान, चीन, पाकिस्तान को ध्यान में रखते हुए रक्षा और विदेश नीति बनानी होगी।