राजधानी देहरादून में होने वाली आपदा प्रबंधन पर 6वीं अंतरराष्ट्रीय कांग्रेस का आयोजन 28 नवंबर से एक दिसंबर के बीच ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में किया जाएगा। चार दिन के इस सेमिनार में कुल 70 सेशन होंगे, जिसमें अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के वक्ता अपनी बात रखेंगे। करीब 600 डेलिगेट्स इस कांग्रेस में भाग लेंगे।
सचिवालय में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने संबंध में अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि सभी विभागों को चाहिए कि वे बेहतर तालमेल के साथ कार्य करें। इसके ठीक बाद दिसंबर माह में ही वैश्विक निवेश सम्मेलन भी देहरादून में होने जा रहा है। ऐसे में यह आयोजन उसकी रिहर्सल के तौर पर भी बेहद अहम है। उन्होंने कहा कि इस बैठक में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के तमाम गणमान्य व्यक्ति आ रहे हैं, इसलिए व्यवस्थाओं में किसी प्रकार की कमी नहीं रहनी चाहिए।
एसीएस ने निर्देश दिए कि ग्राफिक एरा से लेकर जिस किसी भी होटल में डेलिगेट्स रुकेंगे, वहां पर फायर सेफ्टी ऑडिट करा लिया जाए। स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया कि आयोजन के दिवस पर एम्बुलेंस व मेडिकल टीम की व्यवस्था पूरी कर ली जाए। बैठक में बताया गया कि चार दिवसीय आयोजन में शुरुआत के दो दिनों में शाम के वक्त सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे।
इसके अतिरिक्त एक दिन विदेशी मेहमानों को गंगा आरती हेतु ऋषिकेश भी ले जाया जाएगा। बैठक में सचिव शैलेश बगोली, आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा, अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था एपी अंशुमन, यू-कॉस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत, डीआईजी राजकुमार नेगी, ग्राफिक एरा विश्विद्यालय के कुलपति डॉ. नरपिंदर सिंह आदि उपस्थित रहे।