उत्तराखंड में कोरोना टीकाकरण बेहद सुस्त है हालात यह हैं कि लगभग नौ लाख से ज्यादा टीकाकरण के स्लॉट बुक हो चुके हैं लेकिन टीकाकरण की रफ्तार बेहद सुस्त है वही सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि गांव में जिंदगी बिताना जिन्हें पसंद नहीं वह टीकाकरण करवाने गांव गांव पहुंच रहे हैं हालात यह हैं कि कई जिलों में यही स्थिति है कि शहरी क्षेत्रों से लोग स्लॉट बुक करवा कर गांव में अपना टीकाकरण करवा रहे हैं यह इसलिए है क्योंकि शहरों में उन्हें स्लॉट नहीं मिल रहे हैं और गांव वाले स्लॉट बुक नहीं करवा पा रहे हैं साफ है 18 से 44 साल के बीच के युवाओं को टीकाकरण के स्लॉट नहीं मिल पा रहे हैं। युवा दून-ऋषिकेश से चकराता, कालसी, मसूरी टीका लगवाने जाने में भी नहीं हिचक रहे हैं। युवा 90 किमी तक का सफर तय कर दून से चकराता टीका लगवाने पहुंच रहे हैं। कई इससे ज्यादा दूरी तय कर ऋषिकेश से भी पहुंच रहे हैं। स्थानीय लोगों को इससे नुकसान हो रहा है। दूरस्थ क्षेत्रों में इंटरनेट की अच्छी सुविधा एवं जानकारी का अभाव भी आड़े आ रहा है।विभाग के मुताबिक चकराता के केंद्र पर 100 के स्लॉट पर 63 लोगों को वैक्सीन लगी। जिसमें केवल 20 चकराता के लोग शामिल थे। 14 दून, दो हिमाचल, एक हरिद्वार, दो ऋषिकेश एवं अन्य लोग विकासनगर के थे। मसूरी में 200 का स्लॉट था, जिसमें 160 वैक्सीन लगी। मात्र 19 लोग ही मसूरी के थे। बाकी 139 दून और ऋषिकेश से थे। कालसी में 150 के स्लॉट पर रविवार को टीका लगना शुरू हुआ, पचास फीसदी से अधिक लोग कालसी से बाहर के टीका लगवाने पहुंचे। टिहरी जिले के थत्यूड़ केंद्र पर भी यही हाल है।
हरिद्वार-हिमाचल से पहुंचे, स्लॉट चंद मिनट में बुक कोविन पोर्टल पर स्लॉट बुक कही से भी कोई भी कर सकता है। हिमाचल एवं हरिद्वार से भी कई लोग इन सेंटरों पर पहुंचे हैं। दून में युवाओं की आबादी लाखों में है। वैक्सीन को रोज केवल 2 हजार से 2200 स्लॉट दिये जा रहे हैं। एक लाख युवा भी स्लॉट के लिए कोशिश करते हैं, तो चंद मिनट में ही यह स्लॉट भर जा रहे हैं।
सेंटर को आधार एवं स्थानीय पिन कोड से जोड़ें मसूरी के एमपीजी कॉलेज में 18 प्लस वालों को टीकाकरण हुआ। 200 के स्लॉट पर 161 लोगों को वैक्सीन लगी। इसमें दो लोग चमोली, दो ऋषिकेश, 91 मसूरी एवं 64 लोग देहरादून से टीका लगवाने पहुंचे। प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अफसरों से इस संबंध में बात की है। 18 प्लस वालों के लिए ऑफलाइन व्यवस्था किये जाने, सेंटर बढ़ाए जाने और सेंटरों को आधार एवं स्थानीय पिनकोड से जोड़ने की व्यवस्था करने की मांग उठाई गई है। मसूरी का स्थानीय आधार कार्ड देख कर उनको ही प्राथमिकता दी जाए। उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी ने चकराता में स्थानीय लोगों की ओर से किए जा रहे बाहरी लोगों के टीकाकरण के विरोध को गलत बताया है।