देहरादून। कोरोना के खौफ के बीच देहरादून के राजकीय गांधी शताब्दी अस्पताल का स्टाफ ने लोगों से घरों में ही रहने की अपील की है। वहीं तीन ट्रेनी आईएफएस के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद अब फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट को पूरी तक बंद कर दिया गया है। इस वजह से एफआरआई में रहने वाले लोग जरूरी कामों के लिए बाहर नहीं जा पा रहे हैं। इससे लोग काफी परेशान हैं।
देहरादून की सैनिक सहकारी आवास समिति लिमिटेड डिफेंस कॉलोनी के उपाध्यक्ष डॉ. विमल नौटियाल ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए पूरी कॉलोनी को कोरेंटाइन के दायरे में ले लिया गया है। 31 मार्च तक सिर्फ आवश्यक सेवाओं को छोड़ कर कॉलोनी में सभी प्रवेश प्रतिबंधित कर दिए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आग्रह पर रविवार 22 मार्च को ‘जनता कर्फ्यू’ के तहत सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक कॉलोनी के सभी गेट बंद कर दिए जाएंगे।
गुरुवार की शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के बाद सोशल मीडिया पर लोग एक दूसरे से 22 मार्च को ‘जनता कर्फ्यू’ की अपील कर रहे हैं।
अब तक तीन पॉजिटिव, 82 सैंपल निगेटिव पाए गए
स्वास्थ्य विभाग ने बृहस्पतिवार को जानलेवा कोरोना वायरस संक्रमण के 19 सैंपल जांच के लिए मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी भेजे गए हैं। अब तक तीन पॉजिटिव, 82 सैंपल निगेटिव पाए गए।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार देहरादून, नैनीताल और हरिद्वार जनपद से बृहस्पतिवार को कुल 19 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। इसमें कोरोनेशन हास्पिटल से पांच, मैक्स हास्पिटल से तीन, एम्स ऋषिकेश, मिलिट्री हास्पिटल, ओएनजीसी अस्पताल, महिला अस्पताल हरिद्वार से दो-दो सैंपल, जीएमसी हल्द्वानी और जिला अस्पताल नैनीताल से एक-एक सैंपल जांच के लिए लिया गया।