चमोली जिले में पोखरी क्षेत्र के एक गांव की नाबालिग की शादी देहरादून निवासी एक 32 वर्षीय युवक से कराने का मामला सामने आया है। मामला सोशल मीडिया में वायरल होने पर जिला बाल विकास कल्याण समिति ने गांव जाकर किशोरी और उसके पिता के बयान दर्ज किए। वहीं राजस्व उपनिरीक्षक ने भी गांव पहुंचकर बयान लिए।
पोखरी क्षेत्र के एक गांव की किशोरी (13) की शादी देहरादून भगत सिंह कॉलोनी निवासी एक युवक (32) से 18 जनवरी को करा दी गई थी। अब ससुराल में उसका उत्पीड़न किया जा रहा है। आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली किशोरी जब परीक्षा देने स्कूल आई तो उसने आपबीती अपने शिक्षक बताई।
इसके बाद शिक्षक ने यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। मंगलवार को बाल विकास कल्याण समिति की अध्यक्ष प्रभा रावत, सदस्य महानंद बिष्ट, उमाशंकर बिष्ट और राजस्व उपनिरीक्षक शांति प्रसाद ने किशोरी के गांव पहुंचकर किशोरी और उसके पिता के बयान लिए।
राजस्व उपनिरीक्षक ने बताया कि मामले में कार्रवाई की जा रही है। वहीं एसडीएम पोखरी वैभव गुप्ता का कहना है कि मामले में साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। मामले में जो भी दोषी मिला उसके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
राज्य महिला आयोग ने डीएम को दिए कार्रवाई के निर्देश
चमोली जिले की एक नाबालिग बालिका का विवाह और उत्पीड़न के मामले का राज्य महिला आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा ने चमोली के डीएम को पत्र भेजकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए कहा है।
वायरल वीडियो के अनुसार चमोली जिले के एक गांव की आठवीं कक्षा की 13 वर्षीय नाबालिग का विवाह लॉकडाउन के दौरान बाहरी राज्य के एक 32 वर्षीय युवक से हुआ था। नाबालिग गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है, अब नाबालिग के साथ मारपीट और उसका उत्पीड़न हो रहा है।
राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा ने बताया कि मामला बेहद गंभीर है। उन्होंने बताया कि चमोली के डीएम को पत्र भेजकर मामले की निष्पक्ष जांच करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि नाबालिग का विवाह किया जाना गंभीर है। जिलाधिकारी से जानकारी मांगी गई है। उन्होंने कहा कि पीड़ित को सुरक्षा देने की व्यवस्था भी की जाएगी।